बुरी खबर, 70 लाख भारतीयों के Debit Card, Credit Card का Data लीक

 इस डाटा में डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के नंबर लीक नहीं हुए. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हो सकता है यह डाटा थर्ड-पार्टी सर्विस प्रोवाइडर की तरफ से आया हो, जिसे बैंक ने डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड बेचने का कॉन्ट्रैक्ट दिया होगा. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 10, 2020, 01:58 PM IST
  • लीक हुए डाटा में यूजर्स का नाम, फोन नंबर, ई-मेल आईडी, सालाना कमाई समेत कई निजी जानकारियां शामिल हैं
  • डार्क वेब पर लीक हुआ डाटा साल 2010 से 2019 तक का है, जिसका इस्तेमाल हैकर्स कर सकते हैं
बुरी खबर, 70 लाख भारतीयों के Debit Card, Credit Card का Data लीक

नई दिल्लीः आधार कार्ड, मोबाइल नंबर का Data लीक होने की बहस के बीच अब एक और नई सिरदर्दी आ गई है. दरअसल, सामने आया है कि डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड (Debit Card, Credit Card) का भी Data लीक हो गया है. इस तरह करीब 70 लाख भारतीयों की निजी जानकारी डार्क वेब पर लीक हो गई है. यह दावा इंटरनेट सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर रजाहरिया ने किया है.

लीक हुआ DATA साल 2010 से 2019 तक का
जानकारी के मुताबिक, लीक हुए डाटा में यूजर्स का नाम, फोन नंबर, ई-मेल आईडी, सालाना कमाई समेत कई निजी जानकारियां शामिल हैं. लीक हुई डीटेल्स का साइज 2 जीबी है, लीक डाटा में यह तक बताया गया है कि अकाउंट किस तरह का है और इस पर मोबाइल अलर्ट की सुविधा चल रही है या नहीं.

बताया गया कि डार्क वेब पर लीक हुआ डाटा साल 2010 से 2019 तक का है, जिसका इस्तेमाल हैकर्स कर सकते हैं. हैकर्स लीक हुई पर्सनल डीटेल्स का इस्तेमाल करके कार्ड होल्डर्स को फिशिंग या किसी दूसरे तरीके से अपना निशाना बना सकते हैं. 

5 लाख ग्राहकों का पैन नंबर भी शामिल
हालांकि राहत है कि इस डाटा में डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के नंबर लीक नहीं हुए. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हो सकता है यह डाटा थर्ड-पार्टी सर्विस प्रोवाइडर की तरफ से आया हो, जिसे बैंक ने डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड बेचने का कॉन्ट्रैक्ट दिया होगा.

लीक हुए डेटा में करीब 5 लाख ग्राहकों का पैन नंबर भी शामिल है. हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि 70 लाख यूजर्स का ये लीक डाटा सही है या नहीं. सिक्योरिटी रिसर्चर ने कुछ यूजर्स का डाटा क्रॉस-चेक भी किया, जिसमें अधिकतर जानकारी सही लिखी हुई थी. रजाहरिया ने कहा, 'मुझे लगता है कि किसी ने इस डाटा/लिंक को डार्क वेब पर बेच दिया और बाद में यह सार्वजनिक हो गया.

रिपोर्ट में बताया गया है कि डार्क वेब पर जो डेटा लीक हुआ है वह एक्सिस बैंक, भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL), केलॉग्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैकेंजी एंड कंपनी के कुछ कर्मचारियों का है. रिपोर्ट के मुताबिक, इन कर्मचारियों की सालाना आय 7 लाख रुपये से लेकर 75 लाख रुपये तक है.

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