नई दिल्ली: चीन दावा कर रहा है कि कोरोना वायरस चमगादड़ से इंसानों में फैला, चीन के वैज्ञानिक कहते हैं कि चमगादड़ का सूप पीने से ये संक्रमण इंसानों में पहुंच गया. आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि मांसाहार होना कितना घातक हो सकता है. शायद इसीलिए अमेरिका की एक रिपोर्ट ने दुनिया को चौंकाया है.


स्वस्थ रहना है तो शाकाहारी बनिए


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अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ कार्डियोलॉजी की रिपोर्ट आई है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शाकाहारी लोग मांसाहारी लोगों से कहीं ज़्यादा स्वस्थ रहते हैं. कैसे, समझिए, पाचन तंत्र में कई तरह के  bacteria होते हैं जिन्हें  gut microbiota कहा जाता है. जो खाना पचाने ,पोषक तत्वों को सोखने ,ऊर्जा के स्तर और रोग प्रतिरोध में अहम भूमिका निभाते हैं. अब अगर आप मीट का सेवन करते हैं तो पेट में TMAO बनता है. यानी trimethylamine N-oxide, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. लेकिन अगर आप शाकाहारी भोजन करते हैं तो यही trimethylamine N-oxide बहुत कम मात्रा में बनता है और वो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कम होता है.


Study के मुताबिक इंसानों के पाचन तंत्र में कई तरह के Bacteria होते हैं जिन्हें gut microbiota कहा जाता है जो खाना पचाने, पोषक तत्वों को सोखने, ऊर्जा के स्तर और रोग प्रतिरोध में अहम भूमिका निभाते हैं और जब आप मांसाहारी भोजन करते हैं तो पचने में काफी वक्त लगता है. इसका असर आपके दिल पर पड़ता है.


मीट से दिल की बीमारी का खतरा


विशेषज्ञों का मानना है कि नॉनवेज नहीं खाना चाहिए, इससे सेहत खराब होती है और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.


शरीर को नॉनवेज से कैसे नुकसान पहुंचता है?


दरअसल, मीट से पशु उत्पाद को पचाने के दौरान बने कई प्राकतिक रसायनों में से trimethylamine N-oxide एक होता है. जिसका सबंध दिल की बीमारी का जोखिम बढाने से जोड़ा जाता है.


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अमेरिका की Tulane University के Researchers समेत कई रिसर्चस का कहना है कि Vegan या शाकाहारी भोजन के जरिए शरीर में TMAO का उत्पादन कम किया जा सकता है.



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