नई दिल्ली,  Brain-Eating Amoeba News: केरल में एक तालाब में नहाने से 14 साल के लड़के की मौत होने का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक तालाब में नहाने के दौरान नाबालिक बच्चे की बॉडी में नाक के जरिए अमीबा घुस गया, जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई. बता दें कि इसे ब्रेन ईटिंग अमीबा (Brain Eating Amoeba) भी कहते हैं.  वहीं सीडीसी यानी कि यूएस के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की रिपोर्ट के अनुसार दिमाग में जानलेवा इन्फेक्शन करने वाले अमीबा को नेगलेरिया फाउलेरी (Naegleria fowleri) के नाम से भी जाना जाता है, पढ़िए खबर विस्तार से...


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नाक से दिमाग में घुसा ब्रेन ईटिंग अमीबा
केरल के कोझिकोड शहर के एक निजी अस्पताल में प्राथमिक अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस का इलाज करा रहे फेरोक के एक 14 वर्षीय लड़के की 4 जुलाई की रात को मौत होने का मामला सामने आया है.  केरल के स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के मुताबिक तालाब में नहाने गया था. इस दौरान बच्चे की नाक के जरिए ब्रेन ईटिंग अमीबा घुस गया. इसके बाद उसके दिमाग में इन्फेक्शन कर दिया. धीरे-धीरे बच्चे ही हालत बिगड़ने लगी और उसके परिजनों ने बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 

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आइए जानते हैं ब्रेन ईटिंग अमीबा के बारे में
बच्चे के मौत के बाद हर किसी के दिमाग में यह सवाल आ रहा है कि आखिर यह ब्रेन ईटिंग अमीबा आखिर होता क्या है? और यह कैसे दिमाग में पहुंचकर जानलेवा इन्फेक्शन करता है. आइए जानते हैं इस जानलेवा ब्रेन ईटिंग अमीबा के बारे में हर छोटी-बड़ी जानकारी.... 


सेंट्रल नर्वस सिस्टम को करता है पैरालाइज 
ब्रेन ईटिंग अमीबा के लक्षण की बात करें, तो पीड़ित को यह नाक के जरिए दिमाग में घुसता है. इसके बाद नाक से दिमाग तक जाता है. दिमाग में पहुंचने के बाद मस्तिष्क के ऊतकों को नष्ट कर देता है. डॉक्टर्स की जानकारी के मुताबिक दिमाग के ऊतकों को नष्ट करने के बाद सूजन आने लगती है और इसके बाद तेज बुखार, सिरदर्द, मतली, उलटी के साथ बार-बार दौरे आने जैसे लक्षण दिखने लगते हैं. 


वहीं एक्सपर्ट्स की जानकारी के मुताबिक अमीबा इतना प्रभावित है कि बॉडी में घुसने के बाद सेंट्रल नर्वस सिस्टम यानी दिमाग और रीढ़ की हड्डी से बने केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सीएनएस) को नष्ट कर देता है, जिससे इंसान पैरालाइज हो जाता है.


कैसे करने इस जानलेवा अमीबा से बचाव 
ब्रेन ईटिंग अमीबा नेगलेरिया फाउलेरी इंफेक्शन से बचाव करने के लिए आपको कुछ चीजों का खास ख्याल रखने की आवश्यकता है.


- जब भी आप झील, नदी, झरना, तालाब या कहीं भी स्विमिंग करते हैं, तो इस दौरान आपको अपनी नाक को क्लिप लगाकर बंद कर लेना चहिये.


- रिपोर्ट्स के मुताबिक अमीबा का सबसे ज्यादा खतरा शैलो वाटर में होता है, तो भूलकर भी यहां पर स्विमिंग न करें. 


इस बात का ख़ास ख्याल रखें कि बारिश होने के बाद गंदे पानी, तालाब और नहर नदी में नहाने से बचें.


वहीं नहाने के बाद हमेशा गर्म पानी यर फिर डिस्टिल वॉटर से अपनी नाक अच्छे से धोएं. 


Disclaimer
यहां दी गई जानकारी एक्सपर्ट की सलाह पर आधारित है, Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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