नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा था. Lockdown के कारण असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों और मजदूरों की आय प्रतिकूल असर पड़ा था. इनको कोरोना काल में सबसे अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था. अब EPFO ने असंगठित क्षेत्र के कामगारों को बड़ी राहत देने का फैसला किया है.


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40 करोड़ असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को EPFO से जुड़ने का मौका


आपको बता दें कि देशभर के 40 करोड़ असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के दरवाजे खुल सकते हैं. हालांकि, इसके लिए EPFO को अपने काम करने के तरीके में बड़े बदलाव करने होंगे.


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नये साल में संगठन को सरकार की महत्वकांक्षी आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना को लागू करने पर ध्यान देते हुए सेवाओं में सुधार लाने के लिए भगीरथ प्रयास करने होंगे.


असंगठित क्षेत्र के कामगारों को नहीं मिलता है PF का लाभ


उल्लेखनीय है कि देश में 40 करोड़ से ज्यादा असंगठित क्षेत्र के कामगार हैं जो कि किसी प्रतिष्ठान अथवा कंपनी के वेतन रजिस्टर में नहीं आते हैं और उन्हें भविष्य निधि और ग्रेच्युटी जैसे लाभ प्राप्त नहीं हैं. सरकार ने इन सभी को समाजिक सुरक्षा देने के लिए ईपीएफओ के तहत लाने की योजना बनाई है.


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आपको बता दें कि इस मुद्दे पर भारतीय मजदूर संघ (BMS) के पूर्व महासचिव बृजेश उपाध्याय  ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा संहिता के अमल में आने पर ईपीएफओ के समक्ष 2021 में नई चुनौतियां सामने आएंगी. उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए अपनी योजनाओं और नेटवर्क का दायरा बढ़ाना होगा.


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