नई दिल्लीः Gold Price Today: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जब से आम बजट में सोने पर मूल सीमा शुल्क में कटौती का ऐलान किया है तब से स्थानीय बाजारों में सोने की कीमतों में 5 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक की तेज गिरावट आई है. विशेषज्ञों का कहना है कि कम लागत से ज्यादा लोग जिंस और वित्तीय परिसंपत्ति दोनों के रूप में सोने में निवेश करने को प्रोत्साहित होंगे. 


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विश्लेषकों ने कहा कि सीमा शुल्क में कटौती से सोने का आयात सस्ता हो गया है. इस कदम से सोने की तस्करी पर लगाम लगेगी और संगठित आभूषण क्षेत्र में वृद्धि होगी. 


आकर्षक कीमतों से रिटेल निवेशकों को होगा फायदा


एलकेपी सिक्योरिटीज में जिंस और मुद्रा के शोध विश्लेषक उपाध्यक्ष जतीन त्रिवेदी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, 'सोने की कीमतों पर मूल सीमा शुल्क में कटौती से यह पीली धातु सस्ती हुई है. हालांकि, अचानक हुए बदलाव से बाजार की धारणा कमजोर हो सकती है, लेकिन रिटेल निवेशकों को सोने की नई और अधिक आकर्षक कीमतों से लाभ होगा.'


दाम घटने से सोने में निवेश को मिलेगा प्रोत्साहन


यूनिमोनी फाइनेंशियल सर्विसेज के निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कृष्णन आर. ने कहा कि कम लागत से अधिक लोग सोने में निवेश करने को प्रोत्साहित होंगे. सोने में निवेश को अक्सर महंगाई और मुद्रा अवमूल्यन से निपटने के लिए बचाव के रूप में देखा जाता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट में सोने और चांदी पर मूल सीमा शुल्क 15% से घटाकर छह फीसदी करने की घोषणा के बाद मंगलवार को दिल्ली में सोने की कीमत 3,350 रुपये की गिरावट के साथ 72,300 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई थी. 


गुरुवार को भी 1000 रुपये सस्ता हुआ सोना


अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, सोने की कीमतों में बुधवार को गिरावट जारी रही और यह 650 रुपये और सस्ता हो गया. बृहस्पतिवार को सोने की कीमतों में फिर से भारी गिरावट आई और यह 1,000 रुपये की गिरावट के साथ 70,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. शुल्क कटौती के बाद पिछले तीन सत्रों में सोने की कीमत में 5,000 रुपये प्रति 10 ग्राम या 7.1 प्रतिशत की गिरावट आई है. 


'आभूषणों की मांग में आई है तेजी'


23 जुलाई को इसकी कीमत 3,350 रुपये घटकर 72,300 रुपये प्रति किलो पर आ गई थी. पीसी ज्वैलर्स के प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने पीटीआई से कहा, 'मूल सीमा शुल्क में कटौती से घरेलू बाजारों में आभूषणों की मांग में तेजी आई है. इसके अलावा त्योहारी सीजन से पहले यह जौहरियों के लिए बिक्री बढ़ाने का काम करेगा और कम कीमतों के कारण उपभोक्ताओं द्वारा नई खरीदारी को बढ़ावा मिलेगा.'


'सोने की तस्करी पर लगेगा अंकुश'


मालाबार समूह के चेयरमैन एमपी अहमद ने कहा कि सोने के क्षेत्र के व्यापारी लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे. इससे सोने की तस्करी की बढ़ती समस्या पर अंकुश लगने की उम्मीद है. तस्करी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा है. उन्होंने कहा, 'नई दरों से एक किलो सोने पर शुल्क 9.82 लाख रुपये से घटकर 3.93 लाख रुपये हो गया है, जिससे तस्करी पर रोक लगने में मदद मिलेगी.'


सोने की मांग में तेजी से फिर बढ़ेंगी कीमतें?


विश्लेषकों की मानें तो सोने की कीमत में अभी कमी आ रही है लेकिन पीली धातु के सस्ते होने से इसकी मांग में तेजी आ रही है. मांग में तेजी के बाद सोने की कीमतों फिर बढ़ सकती हैं. वहीं इस साल अमेरिका में चुनाव हैं. साथ ही ग्लोबल ऑर्डर बदलने और वैश्विक तनाव बढ़ने के भी आसार कई एक्सपर्ट जता रहे हैं. ऐसे में सोने-चांदी के दाम में आने वाले दिनों में फिर तेजी आ सकती है क्योंकि इसमें निवेश को सुरक्षित माना जाता है.


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