Home Remedy: पिछले कुछ सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है खासतौर से जिस तरह से जीवनशैली और पर्यावरण में बदलाव हुआ है उसने इस बीमारी को तेजी से फैलाया है. इतना ही नहीं पहले ये बीमारी 40 के बाद की उम्र वाले लोगों में देखने को मिलती थी लेकिन अब यह 18 से 40 के बीच भी तेजी से बढ़ी है. डायबिटीज को माना जाता है कि ये ऐसी बीमारी है जिसके हो जाने के बाद लोगों को दवाइयों के सहारे बस इसे कंट्रोल करना होता है क्योंकि इसे रिवर्स नहीं किया जा सकता है और इसी वजह से मरीजों को आमतौर पर कम खाने, नियमित खाने और दवाओं से बीमारी को कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है.


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प्री-डायबिटीक को बादाम खिलाने से नहीं होगी डायबिटीज


हालांकि भारत में हुई एक ताजा स्टडी ने चौंकाने वाली खोज की है और उस चीज का पता लगाया है जिससे डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है. इस स्टडी में हिस्सा ले रहे रिसर्चर्स ने पाया कि ऐसे लोग जो अभी डायबिटीज के शिकार नहीं हैं लेकिन जल्द होने वाले हैं, उन्हें तीन टाइम जमकर बादाम खिलाए जाएं तो उनका ब्लड शुगर नॉर्मल हो सकता है.


भारत में की गई इस स्टडी में 18 से 60 साल के ऐसे लोगों को शामिल किया गया जिन्हें अभी क्लीनिकल डायबिटीज तो नहीं है लेकिन उनका ब्लड शुगर लेवल डायबिटीज से थोड़ा ही कम है, और मोटापे या लाइफस्टाइल या जीन्स यानी परिवार में किसी ना किसी को डायबिटीज होने की बदौलत वो डायबिटीज के मरीज होने से दो कदम ही दूर हैं. ऐसे मरीजों को प्री डायबिटीक कहा जाता है.


खाने से आधा घंटे पहले खिलायें बादाम


18 से 60 साल के ऐसे 60 लोगों को खाने से आधा घंटा पहले 20 ग्राम बादाम यानी लगभग 17-18 गिरी बादाम खाने के लिए दिए गए. इनकी डायट को कंट्रोल किया गया और 45 मिनट तक रोजाना सैर करने के लिए कहा गया. ऐसा तीन महीने तक किया गया. तीन महीने बाद 33% लोगों के ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल आ चुके थे यानी उन्हें डायबिटीज होने का खतरा टल चुका था. कुछ मरीजों का मोटापा घट गया और कोलेस्ट्रोल लेवल्स भी कंट्रोल में आ सके.


भिगो के नहीं खाने चाहिए बादाम


एंडोक्र्नोलॉजिस्ट और प्रमुख रिसर्चर डॉ अनूप मिश्रा के मुताबिक बादाम को भिगोकर खाने को नहीं दिया गया. इस रिसर्च के हिसाब से बादाम को भिगोकर खाने से उसमें मौजूद पोषक तत्व कम हो जाते हैं, और पानी में बैक्टीरिया पनपने से इंफेक्शन का खतरा भी रहता है.


बादाम खाने से मोटापे में भी आई कमी


रिसर्चर और न्यूट्रीशनिस्ट डॉ सीमा गुलाटी के मुताबिक बादाम एक सुपर फूड है.  ये प्रोटीन, फाइबर, जिंक, पोटेशियम विटामिन ई और ओमेगा 3 फैटी एसिड का अच्छा सोर्स है. ये पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है, लिहाजा ऐसे मरीज जिन्हें तीन महीने लगातार ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर से आधा घंटा पहले बादाम खिलाए गए, उनमें इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम हो गया, पैंक्रियास की एक्टिविटी में सुधार हुआ और ब्लड शुगर मेंटेन करने में मदद मिली. शोधकर्ताओं ने ये भी दावा किया है कि जिस ग्रुप को बादाम दिए गए उनके वजन बॉडी मास इंडेक्स और कमर की चौड़ाई में भी कमी आई. 


डायबिटीज के मरीजों पर भी कारगर है ये फॉर्मूला


डॉक्टर्स का दावा है कि डायबिटीज के मरीजों में भी अगर यही फॉर्मूला अपनाया जाए तो उनकी इंसुलिन और दवाओं पर निर्भरता काफी कम हो सकती है.


भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 8 करोड़ से ज्यादा है और ऐसे मरीज जिन्हें आगे चलकर डायबिटीज होने का खतरा है, उनकी संख्या लगभग तीन गुना ज्यादा है. हर 6 में से 1 व्यक्ति या तो डायबिटीज का शिकार है, या भविष्य में डायबिटीज का शिकार हो सकता है.


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