नई दिल्ली: Artificial Intelligence: आधुनिक समय में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) इंसानों के बीच अपनी जगह बनाने में लगभग पूरी तरह सफल हो चुका है. आजकल आधे से ज्यादा काम इसके बिना हो पाना बिल्कुल भी संभव नहीं है. लोग हर छोटी-बड़ी चीजों के लिए सीधा AI की मदद लेते हैं. वहीं यह उनकी मदद भी कर देता है.  AI की इसी खासियत के कारण लोगों के बीच यह काफी ज्यादा पॉपुलर है. इसी को लेकर 'डेली स्टार' में एक रिपोर्ट छपी है, जि के मुताबिक आने वाले समय में लोग आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को ही अपना भगवान मानने लगेंगे. वे भगवान की जगह इसकी ही पूजा करने लगेंगे. 


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धर्म को छोड़ AI पर विश्वास करेंगे लोग  


नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में डिजाइन और इनोवेशन के प्रोफेसर लार्स होल्मक्विस्ट ने बताया कि आने वाले समय में लोग धार्मिक ग्रंथों को छोड़कर टेक्नोलॉजी बेस्ड चीजों पर ज्यादा विश्वास करने लगेंगे. लोग अर्थ और मार्गदर्शन खोजने के लिए  AI  का इस्तेमाल करने लगेंगे. उनके अनुसार बोट्स और चैट जीपीटी जैसी चीजों पर उनका भरोसा बढ़ जाएगा. इसको लेकर उन्होंने कई तरह के तर्क भी दिए हैं, जो आपको हैरत में डाल देंगे. 


AI के साथ बनाने लगे हैं सामाजिक रिश्ता 


प्रोफेसर लार्स होल्मक्विस्ट ने यह बताया कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस हर चीजों की अच्छे से व्याख्या कर सकता है. ऐसे में लोग इसपर कुछ भी पढ़ सकते हैं. मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक इंसान कंप्यूटर के साथ अपने बिहेवियर को किसी सामाजिक रिश्ते की तरह ही समझने लगे हैं.


भविष्य में हो सकती है AI की पूजा 


एक्सपर्ट्स के मुताबिक आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल लोग गाइडेंस के लिए भी कर सकते हैं, जैसे किसी धार्मिक किताब या फिर कोई लिखी हुई चीज से ली जाती है. लार्स होल्मक्विस्ट के मुताबिक वैसे तो अब तक उन्होंने किसी सॉफ्टवेयर की पूजा होते हुए नहीं देखा है, लेकिन भविष्य में अगर लोग ऐसा करेंगे तो उन्हें कोई हैरानी नहीं होगी.   


Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.   


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