बिना JEE की परीक्षा दिए IIT में मिलेगा एडमिशन, जानिए कैसे?
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में एडमिशन पाना इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों का सपना होता है, लेकिन आईआईटी में दाखिला पाना आसान नहीं है. इसके लिए कठिन जेईई मेंस और एडवांस की परीक्षा पास करनी होती है. लेकिन, अब आईआईटी में बिना जेईई की परीक्षा पास किए भी एडमिशन मिल सकता है.
नई दिल्लीः इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में एडमिशन पाना इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों का सपना होता है, लेकिन आईआईटी में दाखिला पाना आसान नहीं है. इसके लिए कठिन जेईई मेंस और एडवांस की परीक्षा पास करनी होती है. लेकिन, अब आईआईटी में बिना जेईई की परीक्षा पास किए भी एडमिशन मिल सकता है.
आईआईटी मद्रास लेकर आया कोर्स
दरअसल, आईआईटी ने छात्रों को डेटा साइंस और डेटा एप्लीकेशन में चार साल की बीएस डिग्री का विकल्प दिया है. खास बात यह है कि इस कोर्स में दाखिले लेने के लिए छात्रों को जेईई पास करने या परीक्षा में शामिल होने की भी आवश्यकता नहीं है. फिलहाल आईआईटी मद्रास यह कोर्स लेकर आया है.
19 अगस्त है आवेदन की अंतिम तिथि
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 19 अगस्त है. यानी इस कोर्स में आवेदन के लिए अब तीन ही दिन बचे हैं. इस पाठ्यक्रम की कक्षाएं अगले माह सितंबर से शुरू होंगी.
पूरी तरह ऑनलाइन है ये कोर्स
आईआईटी मद्रास के मुताबिक, यह कोर्स पूरी तरह से ऑनलाइन रखा गया है. यही कारण है कि देश भर में कहीं से भी छात्र इस पाठ्यक्रम में स्वयं को पंजीकृत करा सकते हैं. अन्य खासियत यह है कि यह डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट तीनों प्रदान करता है. यानी इसमें मल्टीपल एग्जिट और मल्टीपल एंट्री के विकल्प खुले रखे गए हैं.
12वीं पास विद्यार्थी करा सकते हैं नामांकन
12वीं पास कर चुके छात्र आईआईटी मद्रास के इस पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं. आईआईटी के मुताबिक, किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास करने वाले विद्यार्थी इस डिग्री प्रोग्राम में अपना नामांकन करा सकते हैं. इसके लिए कोई आयु सीमा भी नहीं है. हालांकि इसके लिए एक शर्त यह है कि कक्षा 10 में अंग्रेजी और गणित की पढ़ाई करने वाला व्यक्ति आवेदन कर सकता है.
वर्तमान में करीब 15,000 विद्यार्थी प्रोग्राम में नामांकित हैं. इनमें सबसे अधिक तमिलनाडु फिर महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी हैं. प्रवेश परीक्षा में व्यक्तिगत उपस्थिति चाहिए. यह भारत के 111 शहरों में 116 परीक्षा केंद्रों में होती है. यूएई, बहरीन, कुवैत और श्रीलंका में भी परीक्षा केंद्र खोले गए हैं.
पूरे देश के विद्यार्थियों को मिलेगा मौका
प्रोग्राम के बारे में आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटी ने बताया, आईआईटी मद्रास को डेटा साइंस और एप्लिकेशन डिग्री में अच्छी तरह डिजाइन किए बीएस शुरू करने की खुशी है. इससे पूरे देश के विद्यार्थियों को आईआईटी की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ होगी. डेटा साइंस उन विषयों में से एक है, जो तेजी से उभर रहे हैं. यह एक ऐसे क्षेत्र में बहुत रोजगारोन्मुखी प्रोग्राम है, जहां कुशल संसाधनों की मांग अधिक है.
डेटा साइंस में ये चीजें पढ़ाई जाएंगी
डेटा साइंस के छात्रों को डेटा प्रबंधन, प्रबंधन की गहरी सूझबूझ के लिए पैटर्न की कल्पना, मॉडल की अनिश्चितताओं और प्रभावी व्यावसायिक निर्णय लेने के पूवार्नुमान में सहायक मॉडल तैयार करना सिखाया जाएगा.
सभी पृष्ठभूमि के छात्रों के पास बीएस की डिग्री लेने का अवसर
नई पहल करने की विभिन्न वजह बताते हुए आईआईटी मद्रास में डेटा साइंस एंड एप्लिकेशन में बीएस के प्रोफेसर इन-चार्ज प्रोफेसर एंड्रयू थंगराज ने कहा, डेटा साइंस में विभिन्न विषय परस्पर जुड़े होते हैं इसलिए आईआईटी मद्रास से बीएस की डिग्री लेने का अवसर सभी पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए है.
वाणिज्य या मानविकी पढ़ने वाले छात्र भी आईआईटी मद्रास से डिग्री प्राप्त कर सकते हैं.
पाठ्यसामग्री ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाती है और व्यक्तिगत परीक्षा रविवार को होती है, इसलिए यह डिग्री कोई अन्य ऑन-कैंपस डिग्री लेने या पूर्णकालिक रोजगार करने के दौरान भी प्राप्त की जा सकती है.
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