नई दिल्लीः एलआईसी म्यूचुअल फंड अपनी प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति (AUM) के एक लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने के बाद आईपीओ लाने पर विचार कर सकती है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. कंपनी ने एक लाख करोड़ रुपये का एयूएम वित्त वर्ष 2025-26 तक होने का लक्ष्य रखा है. फिलहाल एलआईसी एमएफ का एयूएम लगभग 38 हजार करोड़ रुपये है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 16,526 करोड़ रुपये था. 


सभी कोष में इक्विटी योगदान 47 फीसदी


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एलआईसी म्यूचुअल फंड (MF) एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) आर के झा ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'हमने वित्त वर्ष 2023-24 में 67 प्रतिशत की वृद्धि की है और हमारी वर्तमान वृद्धि दर 30 प्रतिशत है.' उन्होंने कहा कि सभी कोषों में मौजूदा इक्विटी योगदान 47 प्रतिशत है, जबकि शेष 53 प्रतिशत हिस्सा बॉन्ड का है.


निवेशकों ने ज्यादातर बॉन्ड में लगाया पैसा


झा ने कहा कि संस्थागत और कॉरपोरेट निवेशकों ने अपना पैसा ज्यादातर बॉन्ड में लगाया है, जबकि खुदरा भागीदारी का रुझान इक्विटी की ओर है. उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि जब हम एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएं तो खुदरा या इक्विटी भारांश 65-70 प्रतिशत तक बढ़ जाए.'


एलआईसी एमएफ ने कई पहल की हैं


झा ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एलआईसी एमएफ ने कई पहल की हैं. इनमें जीवन बीमा निगम (LIC) के विशाल नेटवर्क का इस्तेमाल करके अपने कार्यालयों का विस्तार करना, विभिन्न मंचों पर वितरण चैनल स्थापित करना और प्रौद्योगिकी समाधान लागू करना शामिल है. इसके अलावा एलआईसी एमएफ ने खुदरा निवेशकों की व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए न्यूनतम व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) राशि को कम कर दिया है.


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