नई दिल्लीः कोरोना वायरस, महामारी और इनसे उपजे लॉकडाउन ने जो सबसे खराब स्थिति पैदा की है वह शिक्षा के लिए है. हालांकि अभी तो कुछ दिन में डेढ़ महीने की गर्मी की छुट्टियां हो जाएंगी, लेकिन महामारी की बढ़ती स्थिति और लगातार आ रहे संक्रमित मामलों की संख्या को देखते हुए कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है. लेकिन लंबे समय तक पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए NCERT  ने नए सत्र का एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अल्टरनेटिव एकेडमिक कैलेंडर जारी
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ाया गया है. स्कूल बंद होने से बच्चे घरों में ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ नए सत्र का समय निकला जा रहा है. इन हालातों में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो इसके लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग (MHRD) ने एनसीईआरटी (NCERT) के साथ मिलकर एक अल्टरनेटिव एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है. क्लास 1 से 5 के लिए ये कैलेंडर पहले ही जारी किया जा चुका है. 


कक्षा 6 से 8वीं तक का कैलेंडर जारी
क्लास 6 से 8वीं तक का अल्टरनेटिव एकेडमिक कैलेंडर जारी किया गया है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि जल्द ही क्लास 9वीं से लेकर 12वीं तक का भी ऐसा एक कैलेंडर जारी किया जाएगा. अभी उसकी योजना पर काम चल रहा है. दरअसल यह कैलेंडर बोर्ड की परीक्षाओं के अनुसार तैयार करना होगा. इसके अलावा वरिष्ठ कक्षाओं के छात्र अपने अनुसार अपनी पढ़ाई कर रहे हैं. 



कैलेंडर में किया गया है बदलाव
यह कैलेंडर खास तरीके से तैयार किया गया है. कैलेंडर के अनुसार जिन घरों में डेस्कटॉप, लैपटॉप या एक से ज्यादा स्मार्टफोन या ऑनलाइन क्लास के लिए अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, वहां भी बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकेगी. ये कैलेंडर इस तरह बना है कि पैरेंट्स भी टीचर्स से बात कर, प्लान समझकर बच्चों को घर पर पढ़ा सकते हैं. NCERT ने ये कैलेंडर अगले चार हफ्तों के स्टडी प्लान के साथ तैयार किया है. कैलेंडर के अनुसार किस सप्ताह में बच्चों को किस तरह, किस विषय का कौन-सा टॉपिक पढ़ाया जाना है, इसकी डिटेल दी गई है.


मौसम फिर ले रहा है करवट, दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में होगी मध्यम बारिश


मानसिक तनाव भी कर सकते हैं कम
इसके साथ ही कैलेंडर में यह भी बताया गया है कि अभिभावक अपने बच्चों को कोई टॉपिक किस तरह से पढ़ा सकते हैं. लॉकडाउन के दौरान अभिभावक घर पर बच्चों से इसके माध्यम से अलग-अलग कई गतिविधियां करा सकते हैं. लॉकडाउन के दौर में इसके जरिए मानसिक तनाव भी कम किया जा सकता है. 


सरकार की पहल, अब सिलेंडर वाला आएगा तो कोरोना से बचने की टिप्स भी बताएगा