कोरोना को हराने के लिए एकमात्र यही है विकल्प, जानिए क्या?
अगले कुछ सप्ताह में ये साफ हो जाएगा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारा देश भारत कितना मजबूत है. इस महामारी से निपटने के लिए एकमात्र यही विकल्प है, क्या है वो? इस खास रिपोर्ट में पढ़ें
नई दिल्ली: कोरोना की महामारी से निपटने के लिए भारत देश पूरी तरह से तैयार है. देशवासियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए जागरूक रहने की अपील की है. लेकिन आपको इस रिपोर्ट के जरिए समझाते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से जो अपील की है कि केंद्र और राज्य सरकारों के दिशा-निर्देशों का पालन करें. वो आपके लिए क्यों जरूरी है.
कोरोना से निपटने के लिए देशवासियों की सहभागिता जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की है कि वो डरें नहीं बल्कि सावधान और सतर्क रहें. पीएम मोदी ने दो बड़े मंत्र देते हुए ये भी कहा कि देशवासियों को संकल्प करना चाहिए और संयम रखनी चाहिए. ऐसे में हम आपको बताते है कि आखिर कोरोना से निपटने के लिए देश के नागरिकों की सहभागिता आखिरकार क्यों जरूरी है.
दरअसल, केंद्र और राज्य सरकारें देशवासियों की सुरक्षा के लिए बड़े-बड़े फैसले ले रही है. ऐसे में लोगों की जिम्मेदारी है कि वो सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें. आपको सरकार के ऐसे ही कुछ फैसलों से रूबरू करवाते हैं.
कोरोना वायरस के खिलाफ़ युद्ध में मोदी सरकार ने 6 बड़े फैसले लिए हैं.
पहला फैसला- 31 मार्च तक विदेश से आने वाली फ्लाइट पर रोक
दूसरा फैसला- 10 साल से कम उम्र के बच्चे घर से ना निकले
तीसरा फैसला- 65 साल से ज्यादा उम्र के लोग बाहर ना निकलें
चौथा फैसला- प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी घर से काम करें
पांचवा फैसला- केंद्रीय कर्मचारी एक-एक हफ्ते के अंतराल में काम करें
छठा फैसला- रेल और हवाई किराये में रियायत खत्म
केंद्र सरकार के इन 6 बड़े फैसले को देशवासियों का समर्थन जरूरी है. सरकार लोगों से है, यानी सरकार की जिम्मेदारी है कि वो अपने देश के लोगों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करे. ऐसे में एक नागरिक का ये कर्तव्य है कि वो नियम-कानून का उल्लंघन ना करे. हिन्दुस्तान एक्शन में है, आपको 10 वो बातें जाननी चाहिए जो देश और देशवासियों की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है.
एक्शन में हिंदुस्तान
1. 33 देशों से भारत आने पर पाबंदी
2. 14 लाख लोगों की एयरपोर्ट पर जांच
3. 5 हज़ार संदिग्ध लोगों की निगरानी
4. अब तक 9100 लोगों की जांच हुई
5. 1300 भारतीय दूसरे देशों से वतन लौटे
6. देश के 72 लैब में जांच की व्यवस्था
7. सभी राज्यों में स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल बंद
8. केंद्र सरकार की दिन में 2 बार आपात बैठक
9. 4 देशों के साथ लगने वाली सीमाएं सील
10. संदिग्धों के लिए 7000 कमरे तैयार
आपने केंद्र सरकार के एक्शन को तो समझ लिया लेकिन कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार ने भी 8 बड़े फैसले लिए हैं.
1. दिल्ली में लोगों से घर के अंदर रहने की सलाह
2. दिल्ली में 20 से ज़्यादा लोग इकट्ठा न हों
3. प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी घर से ही काम करें
4. रेस्टोरेंट में बैठकर खाना खाने पर पाबंदी
5. दिल्ली के अस्पतालों में संदिग्धों के लिए 550 बेड
6. दिल्ली में कोरोना संदिग्धों के हाथ पर मुहर लगाई जाएगी
7. जिनके हाथ पर मुहर लगे वो घर से न निकलें
8. घर में रहने का निर्देश नहीं मानने पर कार्रवाई होगी
जो लोग कोरोना से डर रहे हैं और खौफ के साए में जी रहे हैं उनसे हम अपील कर रहे हैं कि डरने की आवश्यकता नहीं है बल्कि जागरूक होने की जरूरत है. आपको 10 उन मंत्र से रूबरू करवाते हैं जो ये समझाने में मददगार साबित होंगे कि कोरोना से निपटने के लिए ऐसा करना बेहद जरूरी है.
डरे नहीं, 'नमो मंत्र' सुनें !
थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ धोते रहें
लोगों से हाथ ना मिलाएं
हाथ मिलाने की जगह 'नमस्ते' करें
आंख, नाक, मुंह बार-बार ना छुएं
लोगों से एक मीटर की दूरी बनाकर रहें
भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें
गैर ज़रूरी यात्रा बिल्कुल ना करें
अफवाहों पर ध्यान ना दें
ना डरें, ना दूसरों को डराएं
स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला बढ़ाएं
कोरोना वायरस तेज़ी से फैल रहा है इसलिए आपके लिए ये जानकारी ज़रूरी है कि शरीर पर कब और कैसे कोरोना वायरस का असर होता है.
1 से 3 दिन के अंदर सिर दर्द, खांसी और गले में दर्द जैसी परेशानी होती है.
4 से 9 दिन में वायरस का संक्रमण फेफड़ों में पहुंच जाता है. सांस लेने परेशानी होने लगती है. फेफड़ों में सूजन शुरू हो जाती है.
8 से 15 दिन के अंदर फेफड़े से वायरस खून में पहुंच जाता है. मरीज को मौत ख़तरा पैदा हो जाता है.
15 से 22 दिनों के अंदर संक्रमित मरीज की मौत हो जाती है या फिर 18 से 25 दिनों के अंदर संक्रमित मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है.
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जो लोग कोरोना को लेकर अलग-अलग तरह की अफवाहों पर ध्यान दे रहे हैं उनको इस जरूरी जानकारी से अवश्य रूबरू होना चाहिए. Panic को आप Anxiety या घबराहट भी कह सकते हैं. इसकी शुरुआत आपके मस्तिष्क में होती है. आम तौर पर आपके दिमाग का एक हिस्सा भावनाओं को नियंत्रित करता है और एक हिस्सा आपके Actions को. लेकिन Panic तब पैदा होता है जब आपके दिमाग के ये दोनों हिस्से एक दूसरे को हराने में जुट जाते हैं. आप ये भी कह सकते हैं कि Panic की स्थिति में आपके दिमाग के इन हिस्सों के बीच Short Circuit हो जाता है. साफ है तनाव ना लें, क्योंकि ये आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
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