नई दिल्ली: भारत सरकार की ओर से हर साल गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के अवसर पर पद्म पुरस्कार दिए जाते हैं. सरकार की तरफ से ये पुरस्कार सभी तरह की गतिविधियों या क्षेत्रों जैसे कि कला, साहित्य और शिक्षा, खेल-कूद, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान और इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार और उद्दोग आदि में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों या सेवाओं के लिए दिए जाते हैं. अगर आप चाहें तो आप भी देश के सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन कर सकते हैं.


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क्या होते हैं पद्म पुरस्कार


भारत सरकार की वेबसाइट www.mha.gov.in से मिली जानकारी के अनुसार पद्म पुरस्कार भारत रत्न के बाद दिया जाने वाला सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान है.  इन पुरस्कारों की शुरुआत साल 1954 में की गई थी और साल 1978, 1979 और 1993 से 1997 तक के समय अंतराल को अगर छोड़ दें तो हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर इन पुरस्कारों की घोषणा की जाती है.


ये पुरस्कार तीन श्रणियों में क्रमशः पद्म विभूषण पद्म भूषण और पद्म श्री के तौर पर दिए जाते हैं. इनमें पद्म विभूषण असाधारण एवं विशिष्ठ सेवा के लिए दिया जाता है. पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ठ सेवा के लिए और पद्म श्री विशिष्ट सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है.


यहां पर एक खास बात जानना भी जरूरी है कि, सामान्तः इन पुरस्कारों को मरणोपरान्त नहीं दिया जाता है. लेकिन कुछ स्थितियों में इन पुरस्कारों को मरणोपरान्त भी दिया गया है. हर साल 26 जनवरी के दौरान इन पुरस्कारों का ऐलान किया जाता है और राष्ट्रपति भवन में होने वाले समारोह के दौरान इन पुरस्कारों को दिया जाता है.


पद्म पुरस्कारों के साथ क्या मिलता है


पद्म पुरस्कारों में राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और मुहर से जारी किया गया एक प्रमाण पत्र और मेडल शामिल होते हैं. मेडल 1-3/16 इंच का कांसे का होता है, जिसके केंद्र में एक कमल का फूल होता है. वहीं इस मेडल के पिछले हिस्से में अशोक चिन्ह बना होता है.


पुरस्कार जीतने वालों को मेडल की एक प्रतिकृति भी प्रदान की जाती है. बता दें कि यह पुरस्कार कोई पदवी नहीं है, जिस कारण से इसे किसी भी सार्वजनिक जगहों पर अपने नाम के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है. जानने वाली जरूरी बात ये भी है कि, पद्म पुरस्कारों के साथ कोई भी पैसा या नकद लाभ, रेल या हवाई यात्रा में रियायत या छूट, आदि तरह के कोई विशेष लाभ प्रदान नहीं किए जाते हैं.


कैसे कर सकते हैं नामांकन


पद्म परस्कारों के लिए आप हर साल 1 मई से 15 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं. पद्म अवॉर्ड के लिए लिए किसी भी व्‍यक्ति का नाम की सिफारिश केंद्र सरकार के मंत्रालय या विभाग, राज्य सरकार, भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार हासिल कर चुके सम्‍मा‍नीय लोगों की तरफ से की जा सकती है. 'पद्म पुरस्कार 2023' के आवेदन के लिए सबसे पहले आपको awards.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा. यहां Nomination/Apply Now के टैब पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आपसे जो भी जानकारी मांगी जाए, वो उपलब्‍ध करानी होगी. साथ ही आप खुद को पद्म पुरस्कार के अधिकारी क्‍यों मानते हैं, यानी आपने ऐसा क्‍या असाधारण काम किया है, इसके बारे में आपको 800 शब्‍दों में बताना होगा.


पद्म पुरस्कारों के लिए जिन नामों की सिफारिश की जाती है, उन पर विचार करने के लिए लिए प्रधानमंत्री हर साल कैबिनेट सचिव की अध्‍यक्षता में एक कमेटी का गठन करते हैं. इन नामों पर विचार करने के बाद कमेटी प्रधानमंत्री और राष्‍ट्रपति से पद्म अवॉर्ड के नामों की सिफारिश करते हैं. प्रधानमंत्री और राष्‍ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद पद्म अवॉर्ड के लिए नाम तय किए जाते हैं और गणतंत्र दिवस के मौके पर इनकी घोषणा की जाती है.



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