नई दिल्ली: पाकिस्तान से जुड़ा एक हैकर ग्रुप अलग-अलग ऐप्स का यूज करते हुए भारत में एंड्रॉयड यूजर्स को टारगेट कर रहा है. 'ट्रांसपेरेंट ट्राइब' नामक हैकर ग्रुप CapraRAT मोबाइल रिमोट एक्सेस ट्रोजन (RAT) फैलाने के लिए YouTube की नकल करने वाले नकली एंड्रॉयड ऐप का उपयोग कर रहा है।


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साइबर सुरक्षा कंपनी SentinelOne के अनुसार, CapraRAT टूलसेट का उपयोग कश्मीर से जुड़े मामलों की जानकारी रखने वाले स्पीयर-फिशिंग टारगेटों के साथ-साथ पाकिस्तान से संबंधित मामलों पर काम करने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर निगरानी के लिए किया जा रहा है। ट्रेंड माइक्रो टीम ने नोट किया कि CapraRAT मोटे तौर पर AndroRAT सोर्स कोड पर ही चल सकता है।


एंड्रॉयड यूजर्स को क्यों होना चाहिए सचेत
हैकर ग्रुप भारत और पाकिस्तान दोनों में सैन्य और राजनयिक कर्मियों को निशाना बनाने के लिए जाना जाता है। सिक्योरिटी रिसर्चर्स एलेक्स डेलामोटे ने कहा, 'CapraRAT एक अत्यधिक आक्रामक टूल है जो हमलावर को एंड्रॉयड डिवाइसों पर मौजूद अधिकांश डेटा पर नियंत्रण देता है।'


CapraRAT एक एंड्रॉइड फ्रेमवर्क है जो किसी अन्य ऐप के अंदर RAT सुविधाओं को छुपाता है। इसका मतलब यह है कि ये खतरनाक ऐप्स Google Play Store पर नहीं हैं।


हैकर्स इन ऐप्स को इंस्टॉल करने के लिए टारगेट को फंसाने के लिए रोमांस-आधारित फिशिंग तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं।


इन ऐप्स से बचकर रहें


com.Base.media.service


com.moves.media.tubes


com.videos.watchs.share
 


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