नई दिल्ली : मछली पालन और पशुपालन देश के गरीबों के लिए आय का एक बड़ा माध्यम हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उन्हें बड़ी राहत देने का फैसला किया है. 


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आज दोपहर में नई योजना की शुरुआत


पीएम मोदी(PM Modi) गुरुवार यानी आज दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना  (Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana-PMMSY) की शुरुआत करेंगे. ऐसी सूचना है कि इस दौरान प्रधानमंत्री  मछली पालन और पशुपालन के क्षेत्र में बड़ी योजनाओं का ऐलान कर सकते हैं. इसके लिए तैयारी पहले से शुरु हो गई थी. एक दिन पहले यानी बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) की ओर से जारी बयान में कहा कि बिहार में मछली पालन और पशुपालन के क्षेत्र में कई योजनाओं का एलान हो सकता है. खास बात ये है कि बिहार में आगामी अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसे देखते हुए केन्द्र सरकार ने यह कदम उठाने का फैसला किया है. 



नई योजना की खासियत
मत्स्य संपदा योजना के तहत देश भर में मत्स्य उत्पादन को बढ़ाने की योजना बनाई गई है. केंद्र सरकार अगले पांच वर्षों अर्थात् वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक इस स्कीम में लगभग 20,050 करोड़ रुपये खर्च करेगी. सरकार के मुताबिक इस स्कीम से देश के लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा. PMMSY योजना के तहत देश में 2024-25 में मछली के उत्पादन को लगभग 70 लाख टन तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है. जो कि एक नई नीली क्रांति की शुरुआत होगी. 


बिहार को होगा ज्यादा फायदा
इस मौके पर प्रधानमंत्री PMMSY योजना के तहत सीतामढ़ी में फिश ब्रूड बैंक और किशनगंज में एक्वेटिक डिजीज रेफरल लैब की शुरुआत करेंगे जो मछली के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करेगा. इन सुविधाओं से मछली पालको को अच्छी किस्म के मछली के बच्चे भी मिल पाएंगे.


इसके अलावा मधेपुरा में एक मछली के लिए चारा बनाने के एक प्लांट की भी शुरुआत करेंगे. पूसा (समस्तीपुर) में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में फिश प्रोडक्शन टेक्नॉलजी सेंटर का उद्घाटन होगा. वहीं पूर्णिया, पटना और बेगूसराय में पशुपालन से जुड़े अहम प्रोजेक्ट भी लॉन्च किए जाएंगे. विकास के इन कार्यों से बिहार के निवासियों अधिक लाभ होने की उम्मीद है. 


पशु पालकों के लिए e-Gopala App 


ये वो प्लेटफार्म है जिसके जरिए पशुपालक अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए अपने जानवरों की नस्ल को सुधारने के लिए जानकारी ले सकते हैं. डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए किसान बेहतर semen, embryos आदि की खरीदारी संभव हो सकेगी. यानि लाखों किसानों-पशुपालकों को इसका फायदा पहुंचने के साथ उनके लिए रोजगार के नए अवसर भी सामने आएंगे.


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