नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठकें 3 अगस्त से शुरू हो गई हैं. 5 अगस्त को आरबीआई द्वारा इस बैठक के नतीजों को जारी कर दिया जाएगा. माना जा रहा है कि, इस बार फिर से आरबीआई रेपो रेट में इजाफा कर सकती है. अलग अलग मीडिया रिपोर्ट्स में चल रही खबरों की मानें तो तेजी से बढ़ रही महंगाई को कंट्रोल में लाने के लिए आरबीआई द्वारा एक बार फिर से रेपो रेट में इजाफा किया जा सकता है. 


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तीसरी बार बढ़ेगा रेपो रेट?


बता दें कि, अगर इस बार भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा रेपो रेट में इजाफा किया जाता है तो यह रेपो रेट में लगातार तीसरी बढ़ोतरी होगी. इससे पहले की दो मीटिगों में भी आरबीआई द्वारा रेपो दरों को बढ़ाया गया था. रेपो रेट बढ़ने से सबसे बड़ा झटका उन लोगों को लगेगा जो बैंक से लोन लेने का प्लान बना रहे हैं. 


दरअसल रेपो रेट में इजाफे से तमाम तरह के लोन महंगे हो जाते हैं. इससे पहले आरबीआई ने मई में रेपो रेट में 0.40 फीसदी और फिर उसके बाद जून में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. फिलहाल मौजूदा रेपो रेट 4.9 फीसदी के स्तर पर है.  


क्यों महंगा हो जाएगा लोन


दरअसल रेपो रेट वह दर होती है जिस रेट पर आरबीआई द्वारा वाणिज्यिक बैंकों जैसे की एसबीआई आदि को लोन दिया जाता है. अगर आरबीआई रेपो रेट को बढ़ाती है तो वाणिज्यिक बैंकों को मिलने वाला लोन भी महंगा हो जाता है. जिस वजह से इन बैंकों द्वारा अपने ग्राहकों को भी महंगा लोन दिया जाता है. 


अगर इस बार की मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठकों में रेपो रेट को बढ़ाया जाता है तो इससे आपकी जेब पर सीधा असर देखने को मिलेगा. रेपो रेट बढ़ने की वजह से आपके होम लोन, पर्सनल लोन, वाहन लोन आदि की ईएमआई का बढ़ना तय है. 



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