नई दिल्लीः Weather Report: फरवरी में ही मौसम गर्म होने लगा है. कई राज्यों में अधिकतम तापमान मिड मार्च स्तर को छू चुका है. मौसम विभाग के अनुसार, 16 फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में पूरे देश में औसत तापमान 27.52 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था. मौसम विभाग के आंकड़ों का यह विश्लेषण एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट ने किया है.


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पिछले साल की तुलना में जल्दी आई गर्मी
रिपोर्ट के मुताबिक, यह तापमान सप्ताह के लिए 1981-2010 के औसत से 0.39 डिग्री अधिक है, जिसे 'सामान्य' माना जाता है और 1951 के बाद से 23वां उच्चतम है. पिछले साल इस सप्ताह में औसत अधिकतम 25.4 डिग्री सेल्सियस था. इससे पता चलता है कि इस साल पिछले वर्ष की तुलना में जल्दी गर्मी आई है.


गेहूं की फसल को हो सकता है नुकसान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जल्दी गर्मी महसूस होने की वजह सर्दियों में कम बारिश होना है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले दो सप्ताह तक राहत के कोई आसार भी नहीं हैं. साथ ही फरवरी में गर्मी का मतलब है कि मार्च के और गर्म होने के आसार हैं. यही नहीं जल्दी गर्मी आने से गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंच सकता है.


पंजाब में भी बीच मार्च के बराबर पहुंचा था पारा
जिन राज्यों में तापमान बीच मार्च के बराबर पहुंचा है उनमें गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक पंजाब भी शामिल है. यहां पिछले सप्ताह कम से कम एक दिन औसतन अधिकतम तापमान बीच मार्च के बराबर था. अन्य बड़े उत्पादक उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश भी शामिल हैं. यहां पिछले सप्ताह में कम से कम एक दिन अधिकतम लगभग दो सप्ताह आगे के स्तर पर था.


रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र में बीती 16 फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में 1951 के बाद क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर सबसे ज्यादा गर्मी महसूस हुई. इन राज्यों के अलावा राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, ओडिशा भी टॉप 10 सबसे ज्यादा गर्म राज्यों में शामिल हैं.


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