लंदन: दुनिया का अंत और मानवता का अंत कई तरीकों से हो सकता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि एलियंस, हत्यारे रोबोट और एस्टेरॉयड सबसे संभावित अपराधी हैं.यानी दुनिया के खात्मे के ये 3 सबसे बड़े कारण बन सकते हैं. दरअसल जो वैश्विक सर्वनाश को ट्रिगर कर सकती हैं,  वैज्ञानिकों ने उनकी एक लिस्ट बनाई है. 


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क्या होती है डूम्सडे क्लॉक
इस साल की शुरुआत में रिपोर्ट आई थी कि कि तीन साल में पहली बार, डूम्सडे क्लॉक मिड नाइट 12 की ओर 30 सेकेंड आगे बढ़ गई है. इस संकेत है कि दुनिया खतरे में है. घड़ी का काम हमें यह बताना है कि हम मानव निर्मित विश्वव्यापी आपदा के कितने करीब हैं.वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि डूम्सडे क्लॉक के करीब आने के कारण मानवता का अस्तित्व अधिक जोखिम में है. 


घड़ी के अनुसार, यह अब तक की कुल तबाही के सबसे करीब है और यह काफी हद तक यूक्रेन में चल रहे युद्ध के कारण माना जाता है. विशेषज्ञों ने इस बात की पड़ताल की है कि दुनिया के अंत के सबसे संभावित ट्रिगर कैसे प्रभावी होते हैं.


विशालकाय क्षुद्रग्रह
एक क्षुद्रग्रह मानवता का अंत कर सकता है. इससे पहले एक  क्षुद्रग्रह ने डायनासोर को धरती से मिटा दिया था. खगोलविदों का अनुमान है कि इन राक्षस क्षुद्रग्रहों में से एक को प्रत्येक 100 मिलियन वर्ष में एक बार हमारे ग्रह से टकराना चाहिए - अगले 30 मिलियन वर्षों के भीतर ये धरती से टकरा सकते हैं.


खूनी रोबोट
हाल के वर्षों में चैटजीपीटी जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सिस्टम काफी विकसित हुए हैं. विशेषज्ञों को डर है कि यह हमारा पतन हो सकता है. इस साल की शुरुआत में 1,000 से अधिक तकनीकी टाइकून ने एआई को आगे बढ़ाने के लिए 'खतरनाक दौड़' पर रोक लगाने के लिए एक पत्र पर हस्ताक्षर किए थे.


सुपरवॉल्केनो
Supervolcanoes मानव अस्तित्व के लिए सबसे गंभीर प्राकृतिक खतरों में से एक हैं. वे लगभग हर 100,000 वर्षों में होते हैं. सबसे प्रसिद्ध येलोस्टोन, व्योमिंग है, जो पिछले 2.1 मिलियन वर्षों में तीन बार फट चुका है.यदि आज फिर से फूटता है, तो विशेषज्ञों का दावा है कि एक टाइटैनिक विस्फोट 40 मील तक लावा उगलेगा और राख और जहरीली गैसें आकाश की ओर भेजेगा.


एलियंस
विशेषज्ञों का कहना है कि एक वास्तविक जोखिम है कि यदि एक और जीवन रूप पृथ्वी पर पहुंचता है, तो उनकी तकनीक इतनी उन्नत होगी कि हम रक्षाहीन हो जाएंगे.


सूर्य निगल जाएगा
पृथ्वी पर जीवन सूर्य की वजह से चलता है और सूर्य ही यहां जीवन मिटा भी सकता है. सूर्य जब ठंडा पड़ेगा तो वह बुध और शुक्र को भी निगल सकता है. हालांकि यह लगभग पांच अरब वर्षों तक नहीं होगा.


पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का बदलना
पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव हर 200,000 - 300,000 वर्षों में उलट जाते हैं. यह अनुमान लगाया गया है कि अंतिम बदलाव लगभग 780,000 साल पहले हुआ था, जिसके कारण कुछ विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की थी कि एक और उलटफेर हो सकता है. चुंबकीय क्षेत्र सूर्य से आने वाले ब्रह्मांडीय किरणों और कण तूफानों को हटाकर पृथ्वी की ओजोन परत की रक्षा करता है. 


महामारी
मानवता कोरोनो वायरस महामारी से बचने में कामयाब रही. पर वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि एक और महामारी हममें से हर किसी को मिटा सकती है.


भटकते ब्लैक होल
वैज्ञानिक अभी भी ब्लैक होल के बारे में सीख रहे हैं और हाल ही में एक दूर की आकाशगंगा में एक राक्षसी ब्लैक होल की खोज की है जो पृथ्वी के आकार का तीन मिलियन गुना बड़ा है. हमारे ग्रह के निकटतम ज्ञात ब्लैक होल की खोज वास्तव में पिछले महीने ही सामने आई थी. वे वर्तमान में हमारे लिए कोई खतरा नहीं हैं लेकिन अगर वे करीब भटकते हैं तो वे खतरा पैदा कर सकते हैं.


परमाणु युद्ध और ग्लोबल वार्मिंग
सर्वनाश लाने के अधिक यथार्थवादी तरीकों में से एक परमाणु युद्ध है, विशेष रूप से यूक्रेन में रूस के युद्ध और उत्तर कोरियाई किम जोंग उन के परमाणु हथियार विकास को देखते हुए.वहीं ग्लोबल वार्मिंग भी हमारे ग्रह पर मौजूद सभी जीवों में से लगभग 98% विलुप्त कर सकती है.

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