नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में भीषण आग के तांडव ने हर किसी को दहला रखा है. लगातार बढ़ती आग का असर अब सिडनी तक पहुंच चुका है और हजारों की संख्या में लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया. ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग का असर न्यू जीलैंड में भी देखा जा रहा है.


ऑस्ट्रेलिया में अब तक की सबसे भीषण आग


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आग के स्वरूप को देखकर लगता है कि पूरा ऑस्ट्रेलिया ज्वालामुखी में बदल गया है. चार महीने का समय बीत चुका है. लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. न्यू साउथ वेल्स के ईडन में लकड़ी की मिल में लगी आग से पूरे इलाके में गहरी धुंध छा गई.



  • 26 लोग मारे गए

  • 8,000 कोलों की मृत्यु

  • 50 करोड़ जानवर मरे

  • 1400 से ज्यादा घर तबाह

  • करीब 80 लाख हेक्टेयर जमीन जली


आग का मंजर, खाक हो गए 50 करोड़ जानवर


यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के इकोलॉजिस्ट ने अनुमान जताया है कि अब तक 50 करोड़ जानवरों की मौत आग में झुलसने से हुई है. कंगारू जान बचाने के लिए शहरों की ओर भाग रहे हैं. ये आग ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स के तटीय इलाकों में सबसे ज्यादा फैली है.


ऑस्ट्रेलिया में अग्निकुंड का 'रेड अलर्ट'


जंगलों में लगी भीषण आग की वजह से ऑस्ट्रेलिया में करीब 80 लाख हेक्टेयर जमीन जलकर खाक हो चुकी है. यानी की करीब 83, 879 वर्ग किलोमीटर, यह क्षेत्रफल भारत में पश्चिम बंगाल के लगभग बराबर है. ऑस्ट्रेलिया में लगी आग से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोग अभी भी लापता है.


इसे भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया के इतिहास की सबसे भयंकर आग, मार दिए 50 करोड़ जानवर


कुछ इलाकों में हुई बारिश से स्थिति कुछ सुधरी लेकिन दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में अब भी स्थिति काफी खराब है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है. लाखों लोग बिना बिजली के हैं और कुछ शहरों में पीने का पानी नहीं है. बड़ी संख्या में लोग शहर छोड़ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया की आग ने 2000 किलोमीटर दूर न्यूजीलैंड के आसमान का रंग भी बदल दिया है.
 
जंगल में आगः ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का विरोध, जनता ने खुलआम कहा मूर्ख