नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग इस कदर भड़की है कि उसकी चिंगारी प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की कुर्सी तक पहुंच रही है. दरअसल, मॉरिसन जब एक घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे तो जनता ने उन्हें खुलेआम मूर्ख करार दिया. गुस्साए पीड़ितों ने उनसे हाथ तक नहीं मिलाया. प्रधानमंत्री को लोगों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ रहा है. यह आग पिछले साल सितंबर 2019 के बाद से ही लगी हुई है. एक व्यक्ति ने उनसे कहा कि तुम्हें यहां से एक वोट भी नहीं मिलेगा.
लगातार हो रहे हैं आलोचना के शिकार
प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन इस आलोचना के शिकार इसलिए हो रहे हैं क्योंकि यह आग लंबे समय से लगी हुई है. यहां बेहतर कार्रवाई न करने को लेकर ही ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को यह आलोचना झेलनी पड़ रही है. इस आग के कारण जहां प्रकृति का नुकसान हो रहा है वहीं कई जीव-जंतु इसमें जल कर जान गंवा चुके हैं. यह आग अब स्थानीय निवासियों को भी नुकसान पहुंचाने लगी है.
लोग आग की गर्मी से जलन और त्वचा की बीमारियों की शिकायत कर रहे हैं, उनका कहना है कि वह महीनों से इससे परेशान हैं, लेकिन इससे निपटने के ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.
भारत आने वाले हैं मॉरिसन
मॉरिसन 13 से 16 जनवरी तक भारत दौरे पर आने वाले हैं. हालांकि आशंका है कि जंगलों में जारी इस अग्नि संकट के भीषण रूप को देखते हुए वह अपना दौरा रद्द कर सकते हैं. अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है. उन्होंने अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमंत्रित किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण को स्वीकार करने में वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं.
रॉयसीना डायलॉग में होना है शामिल
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को भारत में 13-16 जनवरी के बीच होने वाले रायसीना डायलॉग 2020 में शामिल होना है. वह इसके उद्घाटन सत्र में भाषण भी देंगे. सम्मेलन को विदेश मंत्रालय के सहयोग से ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा आयोजित किया जा रहा है.