नई दिल्लीः Brics Summit 2023: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में समूह के विस्तार को हरी झंडी मिल गई है. ब्रिक्स में छह नए देश शामिल होंगे. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अंत में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि इस ब्रिक्स विस्तार प्रक्रिया के पहले चरण पर हमारी आम सहमति है. हम ब्रिक्स विस्तार प्रक्रिया के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानदंडों, प्रक्रियाओं पर समझौते पर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि हम ब्रिक्स के साथ साझेदारी बनाने में अन्य देशों के हितों को महत्व देते हैं.


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एक जनवरी से ब्रिक्स में शामिल हो जाएंगे नए सदस्य
रामाफोसा ने कहा कि हमने अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनने के लिए आमंत्रित करने का निर्णय लिया है. नए सदस्य एक जनवरी 2024 से ब्रिक्स का हिस्सा बन जाएंगे. यानी मौजूदा समय में पांच देशों का संगठन ब्रिक्स अगले साल 11 देशों का संगठन बन जाएगा. अभी ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका है.


जिन छह देशों को जुड़ने के लिए न्योता दिया गया है उनमें ईरान भी शामिल है. ईरान और अमेरिका के संबंध सामान्य नहीं हैं. ईरान को इस समूह में ऐसे समय में शामिल होने का न्योता मिला है, जब ब्रिक्स को अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों के गठबंधन जी-7 के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. 


 



'तीन दिन के विचार-विमर्श से कई सकारात्मक नतीजे निकले'
वहीं ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मुझे खुशी है कि तीन दिन के विचार-विमर्श से कई सकारात्मक नतीजे निकले. हमने ब्रिक्स के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. भारत ने हमेशा ब्रिक्स के विस्तार का पूरा समर्थन किया है, उसका मानना ​​है कि नए सदस्यों के जुड़ने से समूह और मजबूत होगा.'


नए सदस्यों के आने से ब्रिक्स को नई गति मिलेगीः मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'ब्रिक्स के विस्तार का निर्णय बहुध्रुवीय दुनिया में कई देशों के विश्वास को और मजबूत करेगा. मुझे खुशी है कि हमारी टीम ब्रिक्स के विस्तार के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों, प्रक्रियाओं पर एक साथ सहमत हुई हैं. मुझे विश्वास है कि हम समूह के नए सदस्य देशों के साथ काम करके ब्रिक्स को नयी गति दे पाएंगे.'