नई दिल्ली.  फिर एक बार चीन और अमेरिका के बीच तनातनी नजर आ रही है. और इसकी वजह ताइवान है जिसे चीन हड़प जाना चाहता है किन्तु अमेरिका के होते वह ऐसा कभी नहीं कर सकेगा.


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अमेरिकी विदेश मंत्रालय का बयान


अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री क्‍लार्क कूपर का बयान चीन की तिलमिलाहट की वजह बना है. हाल ही में क्लार्क कूपर ने वक्तव्य देकर चीन को सीधा संदेश दिया है जो कि संदेश से अधिक एक सीधी चेतावनी है. अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री ने कहा है कि अमेरिका हर हाल में ताइवान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.


ताइवान की अमेरिका के साथ बड़ी रक्षा डील


अमेरिका ताइवान का न केवल हितैषी मित्र है बल्कि वह ताइवान का सबसे बड़ा व्यापार-मित्र भी है. जहां एक तरफ ताइवान पर चीन बुरी नजर डाल रहा है, ताइवान अपनी आत्मरक्षा के प्रति और सजग होता नजर आ रहा है. ताइवान ने हाल ही में अमेरिका की हथियार निर्माता कंपनी लॉकहीड के साथ एक बड़ी हथियार डील पर दस्तखत किये हैं.


62 अरब डालर के फाइटर जेट्स की डील


ताइवान ने अमेरिकी कंपनी के साथ 62 अरब डॉलर के F-16 फाइटर जेट खरीदने का सौदा तय किया है और इस डील के तय होने के तुरंत बाद ही अमेरिका से ताइवान के समर्थन में यह बयान जारी हुआ है. इस बयान में सहायक अमेरिकी विदेश मंत्री क्लार्क कूपर ने साफ तौर पर चीन को संदेश दिया है कि ताइवान को वह अकेला न समझे, अमेरिका ताइवान की रक्षा के लिये प्रतिबद्ध है.  


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