छत्तीसगढ़ की भाजी चीन ने मांगी कोरोना की खातिर
कोरोना से बचाव का सबसे जरूरी हथियार है इम्युनिटी. ज्यादातर कोरोना दवाइयां इस सिद्धांत पर ही बनाई जा रही हैं और वे इम्युनिटी बूस्ट करने वाले तत्वों पर आधारित हैं. ऐसे में हैरानी नहीं बल्कि ख़ुशी की खबर है ये कि चीन को कोरोना से जंग जीतने के लिए छत्तीसगढ़ की भाजी की जरूरत पड़ गई है..
नई दिल्ली. बहुत कम लोगों को पता था कि छत्तीसगढ़ की भीजी इम्युनिटी बढ़ाने के मामले में नंबर वन नेचुरल प्रोडक्ट हैं. लेकिन चीन की इस डिमांड के बाद सबको ये पता चल गया है कि छत्तीसगढ़ की भाजियां खाने से कोरोना भाग जाता है..
एक नहीं दस-दस भाजियां हैं कोरोना
कोरोना से लड़ने के लिए जिस भाजी की चीन ने डिमांड की है वो दरअसल एक नहीं दस भाजियां हैं. छत्तीसगढ़ में पाई जाने वाली इन भाजियों में चौलाई राजगीर पोई भथुआ कुसुम चरोटा चेंच जैसी ख़ास हरी भाजियां हैं जो कि प्रमुख 10 भाजी जो कि कोरोना से लड़ने में है सक्षम हैं और बढ़ाती हैं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता.
सबसे पहले चरोटा चाहिए चीन को
इन दस रोगप्रतिरोधक क्ष्मणता बढ़ाने वाली सब्जियों में सबसे अधिक मांग वाली छत्तीसगढ़ की भाजी है चरोटा. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में इस तरह की कुल छत्तीस सब्जियों पर शोध चल रहा है. विश्वविद्याल के वनस्पति विभाग में चल रही इस रिसर्च में पता चला है कि इनमें से 10 भाजियों में कोरोना से लड़ने की भरपूर क्षमता है. इन दस दवाइयों में सर्वप्रमुख चरोटा की मांग न केवल चीन में है बल्कि ताइवान और मलेशिया में भी ये सब्जी बहुत मांग में है.
औषधीय गुणों से भरपूर हैं ये भाजियां
छत्तीसगढ़ की इन कोरोना-जीत सब्जियां में रोगप्रतिरोधक क्षमता भरपूर होती है क्योंकि इनमें औषधीय गुण कूट कूट कर भरे होते हैं. मानव शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने वाली इन सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और प्रोटीन मिलता है और इनका यह कॉम्बिनेशन और सब्जियों में कहीं नहीं पाया जाता.
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