नई दिल्ली.   चीन का बयान आया है कि दुनिया में चल रहा कोरोना संक्रमण कोरोना की सिर्फ पहली लहर है और अब एक लम्बे समय तक दुनिया को इसकी भरपाई करनी पड़ेगी. चीन के इस बयान में सन्देश छुपा है और चीन का छुपा सन्देश खुली तौर पर ये बताता है कि चीन ने खुद ही मान लिया है कि उसने दुनिया के खिलाफ कोरोना को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है. लेकिन उसने ये नहीं बताया कि दुनिया का कसूर क्या था?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


 


ग्लोबल टाइम्स पर कहा चीन ने 


चीन का राष्ट्रीय अखबार ग्लोबल टाइम्स जो कि चीनी सरकार का मुखपत्र है, इसी तरह के कामों में इस्तेमाल होता है. ग्लोबल टाइम्स के माध्यम से चीन की सरकार दुनिया को अपना संदेश देती है. अब ग्लोबल टाइम्स के सम्पादकीय के माध्यम से दुनिया को चीन ने कहा है कि अभी कोरोना तो पहली लहर है, दुनिया दूर तक खामियाजा भुगतने को तैयार रहे!


क्या अर्थ है इसका?


हमें ग्लोबल टाइम्स के सम्पादकीय में जो लिखा गया है उसके शब्दों को ही सीधी तौर पर देखना चाहिए ताकि इस बयान में छुपा अंतर्निहित संदेश समझा जा सके. ग्लोबल टाइम्स लिखता है कि - दुनिया को एक लम्बे अरसे तक भरपाई करने के लिए तैयार रहना होगा. आज जो कोविड-19 महामारी दुनिया में फैली हुई है वो केवल पहली लहर है. जहां दुनिया में एक तरफ महामारी बढ़ रही है वहीं अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग को रोक दिया है.'


सीधी तौर पर दुनिया को धमकी 


ये बयान सीधी तौर पर दुनिया को धमकी है जिसमें चीन ने दुनिया को खामियाजा भुगतने को तैयार रहने को कहा है. इसके साथ ही उसने कोविड-19 को पहली लहर कह कर इस धमकी से जोड़ा है जो साफ़ जाहिर करता है कि चीन का कहना है कि अभी तो हमारे कोविड-19 की सजा भुगतो इसके बाद आएँगी लहार नंबर दो और लहार नंबर तीन..


ये भी पढ़ें. सीआरपीएफ में निकली हैं बहुत सी वैकेन्सीज़