नई दिल्ली: कोरोना वायरस को लेकर चीन के दावे पर कोई यकीन नहीं कर रहा है. कोरोना संकट काल में भी चीन चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है. साउथ चाइना सी को लेकर चीन की आक्रामकता इस मुश्किल वक्त में भी जारी है.


कोरोना काल में चीन की 'साज़िशों का समंदर


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जब पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है, ऐसे वक्त में भी चीन ने साउथ चाइना सी में 80 जगहों के नाम बदल दिए. इस कदम के जरिए चीन ने एक बार फिर से साउथ चाइना सी पर अपनी सल्तनत जताने की कोशिश की है.


पूरी दुनिया कोरोना वायरस से त्राहि त्राहि कर रही है. दुनिया के 29 लाख से ज्यादा लोग खतरनाक वायरस की शिकंजे में हैं. 2 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं. लेकिन इस सबका जिम्मेदार चीन अपने विस्तारवादी मंसूबों को अंजाम देने में जुटा है.


दुनिया पर भारी कोरोना महामारी, समंदर में ड्रैगन की 'दादागीरी'


चीन अपने विस्तारवादी एजेंडे को लेकर इस कदर आक्रामक हो चुका है कि उसे दुनिया पर छाए कोरोना संकट की भी बिल्कुल परवाह नहीं है. कोरोना संकट काल का फायदा उठाकर चीन ने साउथ चाइना सी को लेकर फिर से नई चाल चली है.


गुपचुप तरीके से इन करतूतों को दे रहा अंजाम


चीन ने गुपचुप तरीके से साउथ चाइना सी में 80 जगहों के नाम बदल दिए हैं. इनमें 25 द्वीप और रीफ्स हैं, जबकि बाकी 55 समुद्र के नीचे के मौजूद भौगोलिक संरचनाएं हैं.


चीन ने जानबूझकर कोरोना संकट काल को चुना है, ताकि दुनिया की नजरों से बचते हुए वो साउथ चाइना सी पर  अपना कब्जा और मजबूत कर सके. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो नामों को बदलने का मंसूबा जो चीन ने अपनाया है वो एक बड़े प्लान का हिस्सा हो सकता है.


साउथ चाइना सी पर कब्जा जताने से वियतनाम नाराज है. उसने इसे लेकर कुछ दिनों पहले ही संयुक्त राष्ट्र (UN) में चीन के खिलाफ कंप्लेन फाइल की थी. जिसके तीन दिन बाद ही चीन ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करके एक वियतनामी जहाज को अपने कई जहाजों से टक्कर मार कर डुबो दिया था. चाइना की इस करतूत से नाराज अमेरिका से लेकर फिलीपींस तक ने विरोध दर्ज कराया था.


धमकी देकर दबदबा बनाना चाहता है चीन


वियतनाम से पहले चीन ने अपने पड़ोसी देश ताइवान को भी डराने की कोशिश की. चीन ने ताइवान के पास विमानवाहक पोत और जंगी जहाज भेजे और ड्रैगन ताकत दिखाकर ताइवान को आतंकित करना चाहता था. इसके अलावा चीन ने जापान को भी धमकाने की कोशिश पिछले दिनों की थी.


जापान ने आरोप लगाया था कि चीन ने अपने जहाजों को ईस्ट चाइना सी में जापान के टेरिटोरियल वॉटर्स में भेजा, जो अंतराष्ट्रीय समझौतों के खिलाफ है. चीन के इस कदम के खिलाफ अमेरिका ने अपने जंगी जहाज को ताइवान के जलडमरूमध्य से होकर गुजरा. माना जाता है कि अमेरिका ने एक महीने के भीतर दूसरी बार चीन की चुनौती का दवाब देने के लिए इस तरह की कार्रवाई की.


लोगों की जुबान पर ताला जड़ने वाली चीनी साजिश


अब चीन की एक और साजिश के बारे में आपको बताते हैं. कोरोना वायरस को लेकर चीन ने दुनिया से जानकारियां छिपाई हैं, यहां तक की जिन लोगों ने सच्चाई बयां करने की कोशिश की उन्हें भी चुप करा दिया.


कोरोना काल में चीन में सख्त सेंसरशिप कर रखी है. कोरोना महामारी के दौरान चीन ने 18576 इंटरनेट अकाउंट बंद कर दिए. आपको बता दें, चीन ने फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में इंटरनेट अकाउंट बंद किए. इतना ही नहीं उसने 6126 ऑनलाइन आर्टिकल को भी हटाया. कोरोना पर छवि खराब होने से बचाने की कोशिश कर रही है. कोरोना को लेकर चीन पर दुनिया से सच्चाई छिपाने का आरोप लगता रहा है और कोरोना पर चीन पर मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप है.


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एक तरफ दुनिया में कोरोना के खिलाफ जंग चल रही है. दूसरी तरफ चीन अपने पड़ोसी छोटे देशों को धमका कर समंदर वाली साज़िश रच रहा है. इतना ही नहीं जिन लोगों ने कोरोना पर चीन की सच्चाई सामने लान की कोशिश की, उसकी जुबान पर ताला लगा दिया जा रहा है.


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