नई दिल्ली.  चीन का राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून हांगकांग के लिए बड़ी खबर है और बहुत बुरी खबर है. इस क़ानून के आज एक जुलाई 2020 बुधवार से लागू होते ही प्रदर्शनकारी अब चीन सरकार के सीधे निशाने पर आ गए हैं और इन प्रदर्शनकारियों पर कभी भी भारी गाज गिर सकती है.


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हांगकांग पुलिस ने दी धमकी


उधर बीजिंग में चीनी संसद ने क़ानून को हांगकांग में लागू किया इधर हांगकांग में ब्रिटिश उपनिवेश की 23वीं वर्षगांठ के मौके पर देश के सैकड़ों प्रदर्शनकारी वार्षिक रैली में शामिल हुए. लेकिन उन्हें चीनी क़ानून के लागू होने का अहसास हांगकांग पुलिस की धमकी ने कराया कि अब हालात बदल गए हैं. हांगकांग पुलिस के हाथ में सख्ती का डंडा चीन की सरकार ने दे दिया है और अब प्रदर्शनकारियों को भारी चोट पड़ सकती है. 


अब मिलेगी सख्त सज़ा 


जो नए हालात चीनी क़ानून बनने के बाद हांगकांग में बन गए हैं उसके अनुसार प्रदर्शनकारियों पर खतरा मंडराने लगा है. नए क़ानून ने पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करके सख्त सज़ा देने का अधिकार दे दिया है. पुलिस ने इस अधिकार का इस्तेमाल करके एक प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार भी किया है. 


हांगकांग हुआ गुलाम 


चीनी संसद ने मंगलवार 30 जून को विवादास्‍पद राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून को हांगकांग पर लागू करके एक जुलाई से हांगकांग की आज़ादी छीन ली है. अब हांगकांग एक स्वतंत्र राष्ट्र नहीं है बल्कि चीन का एक हिस्सा बनके रह गया है. 


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