नई दिल्ली.   ये विश्व स्वास्थ्य संगठन के मशहूर वैज्ञानिक का दावा दावा कम है और एक चेतावनी अधिक है. ये गंभीर चेतावनी दुनिया के लोगों को यह चेता रही है कि कोरोना के प्रति लापरवाह होना खतरनाक हो सकता है क्योंकि अभी तो ये कोरोना का शुरुआती दौर है, अभी इस महामारी से भयानक तबाही आना बाकी है.


डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ का दावा


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हैरानी की बात है कि शुरू से ही विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना को लेकर नकारात्मक बातें ही कहता आ रहा है. चाहे कोरोना की वैक्सीन पर उसकी उल्टी सोच हो या फिर कोरोना की तबाही पर उसका अनुमान हो. अब उसका कहना है कि कोरोना का चरम अभी आना बाकी है जबकि दुनिया में कोरोना ढलान पर दिखाई दे रहा है. ऐसे में संभावना ये भी है कि अमेरिका ने जो विश्व स्वास्थ्य संगठन पर कोरोना साजिश करने वाले चीन के पिछलग्गू होने का आरोप लगाया था, वह सच हो सकता है.


डेविड नाब्ररो ने दिया वक्तव्य


डेविड नाब्ररो नामक यह स्वास्थ्य विशेषज्ञ विश्व स्वास्थ्य संगठन से जुड़ा हुआ है. डेविड नाब्ररो ने जो कहा है वह उसका दावा है जो कि दुनिया के लिये गंभीर चेतावनी भी है. उसके अनुसार कोरोना महामारी अभी सिर्फ अपने शुरूआती दौर में है और आने वाले दिनों कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है जो काफी खतरनाक स्थिति उत्पन्न कर सकती है.


''बड़ी लहर के लिये तैयारी करनी होगी’’


WHO को लेकर सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ डेविड नाब्ररो ने ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स की फॉरेन अफेयर्स कमेटी को ये जानकारी दी है. नाब्ररो के अनुसार यदि आज हम कोरोना महामारी के प्रति चिंता मुक्त हो गये तो बड़ी परेशानी में पड़ सकते हैं. उन्होने कहा कि अभी राहत की सांस नहीं लेनी है बल्कि आने वाली बड़ी तबाही के लिए अपनी तैयारियां पूरी रखने की जरूरत है.


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