नई दिल्ली: यूनाइटेड किंगडम की बोरिस जॉनसन सरकार पर गहरे संकट के बादल मंडरा रहे हैं. मंत्रिमंडल से एक के बाद एक 41 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. इन नेताओं में वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने सबसे पहले इस्तीफा दिया. विरोध के बाद आज बोरिस जॉनसन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल बोरिस जॉनसन अपनी सरकार में 41 मंत्रियों के विरोध का सामना कर रहे थे और वो अपनी कंजरवेटिव पार्टी के भीतर ही बुरी तरह घिर गए थे. 


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ऐसे में कयासबाजी की दौर शुरू हो चुका है कि ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा? प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में साजिद जावेद, ऋषि सुनक, नदीम ज़हावी, पेनी मोर्डांट, लिज़ ट्रूस और सुएला ब्रेवरमैन का नाम चल रहा है. लेकिन इन सबके बीच सबसे मजबूत दावेदार भारतीय मूल की प्रीति पटेल बताई जा रही हैं जो इस वक्त देश की गृह मंत्री भी हैं. 


प्रीति पटेल दृढ़ता से अपने पद की जिम्मेदारियां संभाल रहीं
इस पूरे घटनाक्रम के बीच प्रीति पटेल दृढ़ता से अपने पद की जिम्मेदारियां संभाल रही हैं. ठीक बोरिस जॉनसन के इस्तीफे की खबर के साथ ही प्रीति पटेल ने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखी है. इस पोस्ट में लिखा गया है- 'गृह मंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को पूरी तरीके से अपनी सरकार के काम और राष्ट्रीय सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए. इस मुश्किल वक्त यह मेरा कर्तव्य है कि इस महान दफ्तर की सेवाएं जारी रखूं जिससे हमारी नेशनल सिक्योरिटी की सुरक्षा हो सके और हमारे देश के लोग सुरक्षित रह सकें. मैं सरकार में अपने साथियों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम करती रहूंगी जिससे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन होता रहे.'


प्रीति पटेल की जज्बे की हो रही तारीफ
ब्रिटेन सरकार के ऐसे मुश्किल वक्त में प्रीति पटेल ने जो जज्बा दिखाया है, उसकी तारीफ भी हो रही है. बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के साथ ही ट्विटर पर प्रीति पटेल ट्रेंड भी करने लगी हैं. इस बीच बोरिस जॉनसन ने कहा है कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद को छोड़ कर वह उदास हैं. जॉनसन (58) ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री के सरकारी आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, 'मैं आपको बताना चाहता हूं कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद को छोड़ कर मैं कितना उदास हूं.' जब तक कंजर्वेटिव पार्टी का नया नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, जॉनसन 10 डाउनिंग स्ट्रीट के प्रभारी बने रहेंगे. पार्टी का सम्मेलन अक्टूबर में होने वाला है. जॉनसन ने नए नेता को यथासंभव सहयोग देने का वादा किया. 


क्यों प्रबल है प्रीति की दावेदारी
अब आते हैं प्रीति पटेल की दावेदारी पर. दरअसल जिस वक्त बोरिस जॉनसन सरकार में 41 मंत्री प्रधानमंत्री का विरोध कर रहे थे, उस वक्त प्रीति ने अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाई हैं. कहा जाता है कि प्रीति पटेल बोरिस की बेहद करीबियों में शामिल हैं. गुजराती मूल की नेता प्रीति ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों के सभी प्रमुख कार्यक्रमों में अतिथि होती हैं और उन्हें ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्साही प्रशंसक के रूप में देखा जाता है. 


बैक बोरिस अभियान भी चलाया था
बोरिस जॉनसन से नजदीकी की बात करें तो प्रीति कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए 'बैक बोरिस' अभियान की प्रमुख सदस्य थीं. प्रचार अभियान के वक्त ही लगभग ये तय हो गया था कि प्रीति को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी. बाद में उन्हें देश के गृह मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर बिठाया गया.


बोरिस को पार्टी की आम राय से वाकिफ कराया
अब जबकि बोरिस जॉनसन मुश्किल में पड़ गए तब भी प्रीति पटेल ने ही उन्हें (बोरिस को) पार्टी के नेताओं की आम सोच से वाकिफ कराया. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि प्रीति ने बोरिस को बताया कि पार्टी के नेता बोरिस पर इस्तीफे का दबाव बना रहे हैं. सीएनएन से बातचीत में प्रीति ने कहा कि पार्टी में आम राय यही है कि बोरिस को जाना चाहिए. 


दरअसल बोरिस के खिलाफ यह पूरा मामला कंजेरवेटिव पार्टी के डिप्टी चीफ व्हिप क्रिस पिंचर की नियुक्ति के साथ शुरू हुआ. पिंचर पर नशे में यौन दुराचार और लोगों से दुर्व्यवहार का आरोप लगा था. इसकी जानकारी होते हुए भी बोरिस जानसन ने उन्हें पदोन्नति दी जिससे सरकार की किरकिरी हुई. 


इसी के साथ बोरिस को लेकर पार्टी के भीतर विरोध भी बढ़ा. अब इस विरोध का ज्वालामुखी फूटा है जिसमें खुद जॉनसन को भी इस्तीफा देना पड़ा है. लेकिन इन सबके बीच प्रीति पटेल ने बेहद संयत व्यवहार किया है. अब माना जा रहा है कि प्रीति पटेल ही पार्टी की पसंद भी हो सकती हैं. ऐसे में इतिहास एक बार यू-टर्न लेने वाला है. जिस ब्रिटेन का भारत पर लंबे समय तक शासन रहा उसी भारत के मूल की एक लड़की ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बन सकती है. यह भी बता दें कि प्रीति पटेल भारत और ब्रिटेन के प्रगाढ़ संबंधों की पक्षधर नेता हैं. यह वाकई ऐतिहासिक क्षण होगा.


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