नई दिल्ली: पाकिस्‍तान में कोरोना वायरस से जंग के लिए अरबों डॉलर का बजट घोष‍ित करने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान IMF के सामने हाथ फैला रहे हैं. पाकिस्तान में डूबती अर्थव्यवस्था के कारण कोरोना से लड़ना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है. इस बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को  छह अरब डॉलर का राहत पैकेज फिलहाल नहीं देगा.


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मुद्रा कोष को पाकिस्तान पर भरोसा नहीं


आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को पाकिस्तान की हरकतों की वजह से उस पर भरोसा नहीं है. छह अरब डॉलर के राहत पैकेज की शुक्रवार को होने वाली दूसरी समीक्षा को IMF ने यह कहते हुए टाल दिया है कि पाकिस्तान अपने वादों को लागू करने में देरी कर रहा है.


आईएमएफ (International Monetary Fund) के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान को तीन साल में छह अरब डॉलर का कर्ज देने को मंजूरी दी थी. बदले में पाकिस्तान को कुछ बेहद सख्त उपायों को लागू करना था.


मदद के लिए दर दर भटक रहा पाकिस्तान


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्ता में आने के बाद एक बेलआउट पैकेज के लिए अगस्त 2018 में आईएमएफ से संपर्क किया था. पीटीआई की खबर के मुताबिक, खान को बढ़ते आर्थिक संकट के कारण चीन, सऊदी अरब और यूएई से कर्ज लेने के बावजूद आईएमएफ का रुख करना पड़ा.


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पाकिस्तान में भयावह रूप ले रहा है कोरोना


पाकिस्‍तान खुद ही इन दिनों कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है. पाकिस्तान में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 248 मामले सामने आने के बाद देश में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 4,322 तक पहुंच गई है. पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस संक्रमण से देश में अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से पांच की मौत तो एक ही दिन में हुई. अब तक कुल 572 लोग इस वायरस के संक्रमण से मुक्त हुए हैं. वहीं 31 लोगों की हालत नाजुक है.


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