दिल्ली: ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद मंगलवार देर रात ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जनभर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया और दावा किया कि इसमें उसने अमेरिका के 80 सैनिकों को मार गिराया है. अमेरिका ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि सब कुछ ठीक है.


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ट्रंप बोले- 'All is well'



 


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट करके लिखा 'All is well, इराक में स्थित दो सैन्य ठिकानों पर ईरान से मिसाइलें दागी गईं. नुकसान का आकलन किया जा रहा है. अब तक सब ठीक है. हमारे पास दुनिया में सबसे शक्तिशाली और अच्छी तरह से सुसज्जित सेना है, अब तक! मैं कल सुबह बयान दूंगा.'


ईरान ने बदला लेने की बात कही थी


ईरान ने अमेरिकी हमले के बाद ही यह चेतावनी जारी की थी कि ईरान बदला लेगा. इससे पहले इतने तनाव भरे माहौल के बीच भी ईरान ने अमेरिकी सेना को इराक से और ईरान के आसपास से दूर जाने का बयान जारी किया था. बगदाद में एयरबेस बना कर बैठी अमेरिकी सेना को यह अंदाजा भी नहीं हुआ कि ईरानी मिसाइलें लगातार हमले कर उन्हें तहस-नहस कर देगी. बुधवार की सुबह ईरान ने यहीं किया भी.


सुलेमानी की मौत से बौखलाया ईरान



अमेरिकी हमले में अपने रिवोल्यूशनरी गार्ड के कुद्स फोर्स प्रमुख के मारे जाने के बाद से ही ईरान बौखलाया हुआ था. यह चर्चा हर तरफ चल रही थी कि दोनों देशों में बिगड़ते हालातों के बीच तीसरा विश्व युद्ध या युद्ध जैसे खराब हालात जल्द देखने को मिल सकते हैं. आखिरकार ईरान ने ऐसा कर ही दिया. बता दें कि ईरान में कासिम सुलेमानी को लोग बहुत पसंद करते थे. इसलिये ईरान सरकार पर दबाव था कि वो जल्द से जल्द सुलेमानी की मौत का बदला ले.


ईरान के लोगों को सांत्वना देना चाहती है ईरान सरकार


सुलेमानी की लोकप्रियता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब उसका शव दक्षिण पश्चिम ईरान के अहवाज शहर में एयरबेस पर उतरा तो उसे देखने के लिये लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी. आपको बता दें कि जनरल कासिम सुलेमानी का कद ईरान में इतना बड़ा था कि वो ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्लाह अली खुमैनी के बाद दूसरा सबसे ताक़तवर शख़्स माना जाता था. ईरान के लोग सरकार पर जल्द बदला लेने का दबाव बना रहे थे, शायद इसीलिये सरकार अमेरिका के 80 सैनिक मार गिराने का बड़ा दावा कर रही हो.


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