ईरान के US एयरबेस पर हमले के बाद ट्रंप ने बुलाई सुरक्षा सलाहकारों की इमरजेंसी बैठक

ड्रोन हमले में ईरान के दूसरे सबसे ताकतवर कुद्स फोर्स के सेना प्रमुख कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद अब ईरान ने पलटवार किया है. ईरान ने बगदाद में अमेरिकी एयरबेस अल असद पर मिसाइलों की बौछार कर दी. उधर व्हाइट हाउस ने हमले के बाद कहा कि राष्ट्रपति इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. कितना नुकसान हुआ है, इसका पता लगाया जा रहा है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 8, 2020, 06:50 AM IST
    • हालात पर नजदीक से नजर बनाए हुए हैं ट्रंप
    • कितना हुआ नुकसान लगाया जा रहा है पता
ईरान के US एयरबेस पर हमले के बाद ट्रंप ने बुलाई सुरक्षा सलाहकारों की इमरजेंसी बैठक

नई दिल्ली: ईरान ने अमेरिका को आगाह किया था कि वे पलटवार करेंगे. कुद्स फोर्स के मेजर जनरल की मौत का बदला लेंगे. उन्होंने बुधवार की सुबह तड़के में ही अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइलों की लगातार बारिश कर दी. हालांकि इससे एयरबेस का कितना नुकसान हुआ है, इसकी कोई जानकारी तो फिलहाल नहीं मिली लेकिन अमेरिकी व्हाइट हाउस ने इसपर अपनी पहली प्रतिक्रिया जाहिर कर दी है.

व्हाइट हाउस प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रीश्म ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि हमें बगदाद में अमेरिकी एयरबेस पर ईरानी मिसाइलों से किए गए हमले की जानकारी मिल चुकी है. राष्ट्रपति इसकी जानकारी मिलते ही पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. 

हालात पर नजदीक से नजर बनाए हुए हैं ट्रंप

प्रेस सचिव स्टेफनी ने कहा कि हमने राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दी. जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रपति ने हालातों पर नजदीक से नजर बनाए रखा है. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टीम से बातचीत करनी शुरू कर दी है.

हालात की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रपति आगे की प्रक्रिया और जानकारी इकठ्ठा करने में लगे हुए हैं. ईरान की ओर से किए गए हमले की पहले समीक्षा की जा रही है कि आखिर नुकसान कितना हुआ है.

कितना हुआ नुकसान लगाया जा रहा है पता

व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप ने तमाम सुरक्षा सलाहकारों और सेनाध्यक्षों को बुला कर मामले से जुड़ी जानकारियां चाहते हैं. सबसे पहले यह जरूरी है कि इसका पता लगाया जाए कि आखिर नुकसान कितना हुआ है और हालात अब कैसे हैं.

ईरान ने जैसा कि अमेरिका को पहले ही इराक और खाड़ी देशों में ईरान के नजदीक से सेना को हटाने को लेकर आगाह किया था. इसके बावजूद अमेरिका ने अतिरिक्त बलों की तैनाती शुरू कर दी थी.

सुलेमानी की मौत से बौखलाए ईरान ने पलटवार किया और सबसे पहले नजदीकी टारगेट को तबाह करने की रणनीति पर आगे बढ़ा. ईरान की ओर से भी हमले के बाद कोई आधिकारिक जानकारी का पता नहीं चल पाया है. 

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