सीरिया में ईरान दूतावास पर इजरायल के हमले में 2 जनरलों की मौत, तेहरान बोला- देंगे कड़ा जवाब; पढ़ें 10 अपडेट
Israel airstrike: हमले में मरने वालों में कुद्स फोर्स के समन्वयक बताए गए हाजी रहीमी भी शामिल हैं. हमले में होसैन अमान इलाही, मेहदी जलालती, मोहसिन सेदाघाट, अली अघबाबाई और अली सालेही रूज़बहानी की भी मौत हो गई. ईरान का कहना है कि यह हमला F-35 युद्धक विमानों का उपयोग करके किया गया.
Israel airstrike: सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास की इमारत को ध्वस्त कर दिया गया है. बताया गया कि एक इजरायली हवाई हमले में सोमवार को यह नुकसान पहुंचाया गया. इस हमले में दो ईरानी जनरलों और पांच अन्य अधिकारियों की मौत हो गई. इजरायल ने अभी तक हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि, इसके सैन्य प्रवक्ता ने सोमवार को दक्षिणी इजरायल में ड्रोन हमले के लिए ईरान को दोषी ठहराया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल के युद्धक विमानों ने दमिश्क स्थित परिसर पर छह मिसाइलें दागीं.
इजराइल-ईरान तनाव पर 10 अपडेट (Israel-Iran Tensions)
-रिपोर्ट्स के मुताबिक, संदिग्ध इजरायली युद्धक विमानों ने सोमवार को सीरिया में ईरान के दूतावास पर बमबारी की. मारे गए लोगों में तीन वरिष्ठ कमांडर भी शामिल थे. यह घटना दमिश्क के मेजेह जिले में हुई.
-सीरिया के विदेश मंत्री फैसल मेकदाद ने बमबारी की निंदा की. उन्होंने कहा, 'हम इस नृशंस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं जिसने दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास की इमारत को निशाना बनाया और कई निर्दोष लोगों की जान ले ली.'
-सीरिया में ईरान के राजदूत होसैन अकबरी ने कहा कि हमला दूतावास परिसर में एक कांसुलर इमारत पर हुआ और उनका निवास शीर्ष दो मंजिलों पर था. हालांकि, उसे कोई नुकसान नहीं हुआ है. मरने वालों में मोहम्मद रजा जाहेदी भी शामिल थे, जो इसके कुद्स फोर्स के एक वरिष्ठ कमांडर थे, जो एक विशिष्ट विदेशी जासूसी और अर्धसैनिक शाखा है. बता दें कि इजरायल सीरिया में ईरान के सैन्य स्थलों को निशाना बनाता रहा है लेकिन यह पहली बार था जब उसने उसके दूतावास पर हमला किया.
-इजरायल ने विदेशी मीडिया में रिपोर्टों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स ने चार अज्ञात इजरायली अधिकारियों का हवाला देते हुए स्वीकार किया कि इजरायल ने हमला किया था.
-ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि हमला 'संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और राजनयिक और कांसुलर परिसर की हिंसा के मूलभूत सिद्धांत का घोर उल्लंघन है.' इसमें कहा गया कि तेहरान के पास 'निर्णायक प्रतिक्रिया लेने का अधिकार' सुरक्षित है.
-क्षेत्र में ईरान के सबसे शक्तिशाली सशस्त्र प्रतिनिधि के रूप में देखे जाने वाले लेबनानी समूह हिजबुल्लाह ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है. समूह ने एक बयान में कहा, 'दुश्मन को सजा और बदला लिए बिना यह अपराध खत्म नहीं होगा.' इराक, जॉर्डन, ओमान, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात सहित मुस्लिम देशों ने भी हमले की निंदा की, साथ ही रूस ने भी.'
-हमले में मरने वालों में कुद्स फोर्स के समन्वयक बताए गए हाजी रहीमी भी शामिल हैं. हमले में होसैन अमान इलाही, मेहदी जलालती, मोहसिन सेदाघाट, अली अघबाबाई और अली सालेही रूज़बहानी की भी मौत हो गई. ईरान का कहना है कि यह हमला F-35 युद्धक विमानों का उपयोग करके किया गया था.
-इजरायल 7 अक्टूबर से गाजा में एक लंबा युद्ध लड़ रहा है, जब से हमास ने देश के अंदर 1200 लोगों की हत्या की है. तब से जवाबी हमलों में हजारों फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इजरायल को निशाना बनाने वाले कई उग्रवादी समूह कथित तौर पर ईरान द्वारा समर्थित हैं.
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