लंदन: अतंरिक्ष स्पेस स्टेशन पर एक बड़ी गड़बड़ी हो गई है. इसके बाद नासा ने सभी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अलर्ट जारी करते हुए सभी स्पेसवॉक को रोकने का अलर्ट जारी किया है. एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि हाल के महीनों में अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा पहने गए हेलमेट में कई मौकों पर पानी भरना शुरू हो गया है. इसके चलते ही स्पेसवॉक रोकने का यह कदम उठाया गया है. अब नासा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर इस समस्या का समाधान करने में जुट गया है.


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2013 में हुई थी ऐसी ही घटना
कई अंतरिक्ष यात्रियों ने पिछले कुछ वर्षों में पानी से भरे हेलमेट की भयानक मुश्किलों का सामना किया है. 2013 में, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री लुका परमिटानो को इस कारण स्पेसवॉक को छोटा करना पड़ा ता. घटना का विवरण देते हुए नासा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि परमिटानो का सामना "उसकी आंखों, नाक और कानों को ढकने वाले पानी" से हुआ था. 


फिर हुआ तकनीक में सुधार
तब से, नासा ने किसी भी अतिरिक्त नमी को अवशोषित करने के लिए अपने ईएमयू हेलमेट में छोटे स्पंज स्थापित किए हैं. फिर भी जर्मन अंतरिक्ष यात्री मैथियास मौरर का हेलमेट मार्च में स्पेसवॉक के दौरान पानी से भर गया. 


बिल्डअप की खोज करने वाले नासा अंतरिक्ष यात्री कायला बैरोन ने उस समय रिपोर्ट की, "मोटे तौर पर एक आठ से 10 इंच व्यास सर्कल, हेल्मेट पर पानी की एक पतली फिल्म थी." "और उसकी गर्दन की अंगूठी के पीछे उसके वेंट पोर्ट में पानी भर गया."


मौरर का सूट जुलाई में स्पेसएक्स कार्गो जहाज से पृथ्वी पर वापस आ जाएगा. फिर जांचकर्ता जांच करेंगे कि समस्या का कारण क्या है. तब तक, भविष्य के सभी स्पेसवॉक होल्ड पर हैं. सौभाग्य से, वेइगेल के अनुसार, अधिकारियों ने अब तक "कुछ भी असामान्य नहीं पाया है". 


हेलमेट में पानी भरना एक बड़ी समस्या 
रिपोर्ट के मुताबिक अंतरिक्ष यात्रियों के हेलमेट में पानी भरना एक बड़ी समस्या है. इसी सूट के दम पर वे पृथ्वी से 250 मील ऊपर स्टेशन के बाहरी हिस्से में जीवित रहते हैं. सीबीएस के अनुसार, नासा इस बात की जांच कर रहा है कि मार्च की यात्रा के दौरान एक अंतरिक्ष यात्री के हेलमेट में अतिरिक्त पानी का निर्माण क्यों हुआ. 


क्या है ईएमयू
अधिकारियों ने संवाददाताओं से कहा कि स्पेससूट यानी "अतिरिक्त-वाहन गतिशीलता इकाइयों (extra-vehicular mobility units)," या ईएमयू  आपात स्थिति के लिए उपलब्ध रहते हैं. नासा के डाना वीगेल ने कहा, "जब तक हम बेहतर ढंग से नहीं समझते कि हमारे ईएमयू के साथ क्या समस्या है, हम अतिरिक्त-वाहन गतिविधि (स्पेसवॉक) के लिए नहीं जाएंगे. 

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