नई दिल्ली.   ब्रिटेन की अदालत ने कहा है कि भारत के अभियुक्त विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण में कितना समय लगेगा, अभी कहा नहीं जा सकता. अदालत ने कहा कि हम जानते हैं कि माल्या भारत के लिए कितना अहम है किन्तु हमारी सम्पूर्ण वैधानिक प्रक्रिया को भी समय की मांग हैं.. 


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नौ हजार करोड़ी ठग है माल्या  


विजय माल्या भारतीय बैंकों से नौ हज़ार करोड़ से अधिक की रकम ऐंठ कर फरार हो गया था. इस महा-बैंक-ठगी के अतिरिक्त भी माल्या पर कई और धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले दर्ज हैं. चार साल पहले 2016 में माल्या लंदन भाग गया था और उसे उम्मीद थी कि कभी पकड़ा नहीं जाएगा, भारत आने की बात तो बाद की है. 


ब्रिटिश हाईकमिश्नर का बयान 


भारत के मोस्ट वांटेड विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण को लेकर भारत में ब्रिटिश हाई कमिश्नर सर फिलिप बार्टन ने ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि हम सुनिश्चित करें कि कोई अपराधी देश की सीमाएं लांघकर भी कानून से बच ना निकले. हां किन्तु इस तथ्य को भी ब्रिटेन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि माल्या के प्रत्यर्पण से पहले कई कानूनी पहलुओं को सुलझाना आवश्यक होगा. 


ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में बोले फिलिप 


ब्रिटिश राजदूत ने एक ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग के दौरान बोलते हुए यह जानकारी दी. भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या भारत को कब सौंपा जाएगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका समय अभी बताया नहीं जा सकता किन्तु ब्रिटेन इस इस प्रत्यर्पण के रास्ते में किसी तरह का व्यवधान नहीं आने देगा.


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