नई दिल्ली: पाकिस्तान के लाहौर में 19वीं सदी के सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तीसरी बार तोड़ा गया है. आरोप है कि पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के कार्यकर्ता ने महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फिर तोड़ी महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा 



पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने ट्विटर पर टिप्पणी कर कहा कि, 'शर्मनाक निरक्षरों का यह झुंड दुनिया में पाकिस्तान की छवि के लिए वास्तव में खतरनाक है'. आरोप है कि एक कट्टरपंथी पार्टी के सदस्य तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने लाहौर किले में रंजीत सिंह की प्रतिमा को गिरा दिया.


तहरीक-ए-लब्बैक के सदस्य पर लगा आरोप


महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा लाहौर किले में रानी जिंदां की हवेली में स्थापित की गई है, प्रतिमा में महाराजा रणजीत सिंह घोड़े पर बैठे हुए दर्शाए गए हैं, लेकिन कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के कार्यकर्ता ने घोड़े की पीठ पर स्थापित महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़कर नीचे गिरा दिया. बता दें कि प्रतिमा को पहले टीएलपी कार्यकर्ताओं ने कम से कम दो अलग-अलग मौकों पर तोड़ दिया था. 


पत्रकार नायला इनायत ने शेयर किया वीडियो


पाकिस्तान की पत्रकार नायला इनायत ने उस वीडियो को शेयर किया है, जिसमें हरीक-ए-लब्बैक कार्यकर्ता महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ता हुआ नजर आ रहा है. तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को निशाना बनाया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रतिमा में हालिया तोड़फोड़ रिजवान नाम के शख्स ने लाहौर के किले में की. मूर्ति के चारों ओर रेलिंग तोड़ते समय वह विदेशी भाषा में कुछ बोल रहा था.


ये भी पढ़ें- 'तालिबानी आओ और मुझे मार दो' झकझोर देगी 27 साल की इस पहली महिला मेयर की कहानी


मूर्ति तोड़ने के आरोप में रिजवान को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया है. बता दें कि जून साल 2019 में लाहौर में माई जिंदाहवेली में अनावरण की गई प्रतिमा को पहले अगस्त 2019 में कट्टरपंथी इस्लामवादियों द्वारा और फिर पिछले साल दिसंबर में तोड़ दिया गया था.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.