नई दिल्ली.  पूर्वी लद्दाख में हालात कैसे भी हों, भारत तैयार है. चीन हालात अच्छे रखे और पीछे हटे तो यह उसके हित में होगा. किन्तु यदि वह किसी गलतफहमी का शिकार हो कर कोई बद्तमीज हरकत करता है तो उसे भारत से ऐसा जवाब मिलेगा कि वह वियतनाम की हार भी भूल जाएगा..


चीन ने बढ़ाया तनाव सीमा पर


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक तरफ तो मिलिटरी स्तर की शान्ति वार्ता में चीन शान्ति की बात करता है और पीछे हटने का आश्वासन देता है किन्तु करता इसके विपरीत ही है. जब पूर्वी लद्दाख में स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर  चीनी लड़ाकू जेट और हेलिकॉप्टर दिखाई दिए तो भारत ने चीन को उसकी शैली में ही आक्रामकता दिखाने का निर्णय ले लिया है. 


सैनिक साजोसामान बढ़ा रहा है चीन 


पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन अपने सैनिक साजोसामान को बढ़ाता जा रहा है. न केवल उसने अपने सैनिकों की संख्या लगातार बढ़ाई है, उसने बंकर भी बनाने शुरू कर दिए हैं और अपने हेलिकॉप्टर्स और जंगी जहाज़ों को सीमा के करीब नियुक्त कर दिया है.


भारत का एयर डिफेन्स सिस्टम हुआ तैनात


एक बार पूर्वी लद्दाख में भारतीय जवानों पर धोखेबाज़ी के साथ किये गए चीनी हमले के बाद भारत हर कदम पर सावधान है. चीन की मानसिक दबाव बढ़ाने वाली रणनीति के मद्दे नज़र भारत भी अब चीन पर मानसिक दबाव बढ़ाने के लिए तैयार हो चुका है. अब भारत भी अपने उच्च मारक क्षमता वाले शस्त्र वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात कर रहा है. हाल ही में भारतीय सेना ने सीमा पर दूर तक मार करने वाली आकाश मिसाइलों को नियुक्त कर दिया है. 


ये भी पढ़ें. अमेरिकी सांसद ने कहा - समय आ गया है, चीन को जवाब देना होगा!