COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नई दिल्ली. अगर इज़राइल नमस्ते कर रहा है तो हमें भी अब अपने नमस्ते को गले लगाना होगा. यह शर्माने या झिझकने की संस्कृति नहीं बल्कि अब तो अंतर्राष्ट्रीय संस्कृति का अंग बनने जा रहा भारतीय संस्कार है. और सबसे बड़ी बात तो ये भी है कि अब ये समय की मांग है, कोरोना से बचना है तो हांथ न मिलाएं, नमस्ते करें. इज़राइल में शुरू हो रहा है नमस्ते.



 


पीएम नेतान्याहू ने कहा नमस्ते जान बचाएगी 


इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने अपने देशवासियों से कहा कि अगर आप सबको कोरोना से बचना है तो हांथ मिलाना बंद करें और शुरू करें 'नमस्ते' की परम्परा.  ये कोरोना से बचने के लिए इज़राइल द्वारा अपनाई जाने वाली प्रथम भारतीय संस्कृति की झलक है जो आने वाले दिनों में दुनियाभर के देशों में देखी जायेगी. प्रधानमंत्री पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इज़राइलियों से कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए भारतीय अंदाज में अभिवादन करने को कहा है. 


नमस्कार वाली भारतीय शैली सर्वोत्तम 


भारतीयों में सदियों से नमस्कार की परंपरा है. हांथ मिलाना भारत की संस्कृति का अंग कभी नहीं था जो कि पाश्चात्य सभ्यता का दूषण है. भारत में हमेशा से कहा जाता रहा है कि हांथ मिलाना ठीक नहीं है क्योंकि इस तरह हम अपनी एनर्जी का कुछ हिस्सा हांथ मिलाते समय दूसरे के हांथों में प्रवाहित कर देते हैं. अब चूंकि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की दहशत है. हर देश कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हरसंभव उपाय कर रहा है. ऐसे में सबसे पहला कदम होगा हांथ मिलाना बंद करना और नमस्कार शुरू करना. 



 


पीएम मोदी से सीखा नमस्ते 


 इजरायली पीएम बेंजामिन नेतान्याहू भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घनिष्ठ मित्र हैं. पीएम मोदी ने ही उनको नमस्ते सिखाया है जो कि अब नेतान्याहू अपने देशवासियों को सिखा रहे हैं. नेतान्याहू ने कहा कि अपनाएं भारतीय स्टाइल, यह कोरोना के घातक संक्रमण से आपको बचाएगा.


ये भी पढ़ें. सावधान, अब कुत्तों में भी फैलने लगा है कोरोना !!