नई दिल्ली. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन का अब ये मान लेना कि कोरोना के प्रसार में वुहान की भूमिका है, जाहिरा तौर पर अपनी भूल सुधार लेने का प्रमाण माना जा सकता है किन्तु उसकी यह भूल-सुधार उसका सोचा-समझा कदम भी हो सकता है.


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''ऊपरी तौर पर तो यही लगता है''


दुनिया में कोरोना वायरस चीनी वायरस के रूप में बेनकाब हो चुका है और चीन के जहरीले इरादों का भी खुलासा लगातार हो रहा है. चीन के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन भी लगातार लपेटे में आ रहा है. अब ऊपरी तौर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के प्रसार में वुहान की भूमिका को समर्थन दे दिया है. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दिशा में और भी रिसर्च करने की बात भी की है. 


प्रेस ब्रीफिंग में कही ये अहम बात


 भूल-सुधार की ये कोशिश विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आयोजित की गई प्रेस ब्रीफिंग के दौरान सामने आई. जब चीन में कोरोना प्रसार का समाचार दुनिया में फैला था तब जनवरी में चीन सरकार द्वारा वुहान की कुख्यात एनीमल मार्केट को बंद कर दिया था. बाद में ये आरोप सामने आया कि वुहान के इसी पशु-बाजार के कारण कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है. WHO ने एक प्रेसवार्ता के माध्यम से स्पष्ट किया कि ये तो माना जा सकता है  कि इस वायरस के फैलने में इस मार्केट ने काफी अहम भूमिका निभाई है, किन्तु उसकी भूमिका क्या रही है, इसे जानने की जरूरत है. 


विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिक ने दी जानकारी


विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिक डॉ. पीटर एम्बारेक ने मीडिया के सवालों के जवाब दिये और बताया कि यह अभी साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता कि जिंदा जानवर की वजह से यह वायरस फैला है या फिर यह बाजार में किसी दुकानदार के हाथों आया है और फिर वहां से शहर के लोगों में फैल गया.


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