अमेरिकी दंगे का पाकिस्तान कनेक्शन! 3 बड़े संकेत
अमेरिका में दंगे की वजह से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं, तो वहीं अमेरिकी दंगे का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आ रहा है. क्या है वो 3 संकेत जो अमेरिकी दंगे की सच्चाई की परत खोलने का काम करती है..
नई दिल्ली: अमेरिका में लाखों लोग सड़कों पर हैं. अमेरिका के हर शहर तक लगभग इन दंगों की आग पहुंच चुकी हैं. इन दंगों में जमकर हिंसा हो रही है. ऐसी नौबत आने के पीछे पाकिस्तानी कनेक्शन की बू सामने आ रही है. ऐसा हम क्यों कह रहे हैं आपको सबसे पहले ये समझाते हैं. एक पाकिस्तानी महिला वकील का अमेरिकी दंगे में अहम किरदार देखा गया है.
अमेरिकी दंगे का पाकिस्तान कनेक्शन!
दरअसल, एक पाकिस्तानी महिला का दंगे से तार जुड़ने का सबूत सामने आया है. इस महिला ने बम फेंककर दंगे की आग भड़काने की कोशिश की. आपको ऐसे तीन संकेत देते हैं, जिससे अमेरिका दंगे के पाकिस्तान कनेक्शन को समझने में आसानी होगी.
संकेत नंबर 1). पाकिस्तानी दंगाई को जमानत की गारंटी
इस्लामिक कट्टरपंथियों और आतंकवाद का दुष्प्रभाव पूरी दुनिया देख रही है. इस बीच पाकिस्तान की एक महिला वकील जो न्यूयॉर्क में पुलिस की कार में पेट्रोल बम फेंकती हुई पकड़ी गई थी. एक इस्लामिक कट्टरपंथी महिला उसकी उसकी जमानती गरंटी बनी है.
उपर दिये तस्वीर में उरोज रहमान की करतूत साफ-साफ देखी जा सकती है. जिसने अपनी हाथों में पेट्रोल बम की बोतल पकड़ रखी है. बता दें, हैरानी की बात तो ये है कि ओबामा प्रशासन के दौरान राज्य और रक्षा दोनों विभागों में काम करने वाले एक पूर्व खुफिया विश्लेषक ने इस दंगाई चरित्र वाली वकील के लिए जमानत की गारंटी दी है.
सल्मा रिज़वी, एक NYU लॉ ग्रेड, जो अब प्रतिष्ठित डीसी फर्म रोप्स एंड ग्रे के लिए काम करती है. उसने ही ब्रुकलोन संघीय अदालत में जमानत की सुनवाई के दौरान अपनी जमानत के लिए एक ज़मानतदार होने की सहमति देकर साथी वकील उरोज रहमान की रिहाई को सुरक्षित बनाने में मदद की.
इस दौरान सल्मा ने ये भी कहा कि उरोज रहमान मेरी सबसे अच्छी दोस्त है और मैं वाशिंगटन डीसी में लॉ फर्म रोप्स एंड ग्रे में एक सहयोगी हूं.
संकेत नंबर 2). अमेरिका में पाकिस्तानी डॉक्टर का ISIS कनेक्शन
हाल ही में तकरीबन 2 हफ्ते पहले ही अमेरिका में पाकिस्तानी डॉक्टर को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ था. जिस डॉक्टर का इस्लामिक स्टेट (ISIS) कनेक्शन सामने आया था. इस पाकिस्तानी डॉक्टर ने अमेरिका में 'लोन वुल्फ' यानी अकेले ही आतंकी हमले को अंजाम पहुंचाने की इच्छा व्यक्त किया था.
इस डॉक्टर का नाम मोहम्मद मसूद नाम था, जो H-1 B वीज़ा पर रोचेस्टर, मिनेसोटा में एक क्लिनिक में रिसर्चर के तौर पर काम करता था. मसूद की करतूच से भी पाकिस्तान के असली चरित्र को समझना आसान हो जाता है. न जाने ऐसे कितने मसूद अमेरिका में आए दिन दंगा भड़काने और आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं.
संकेत नंबर 3). अमेरिका में 9/11 हमले का पाक कनेक्शन
दुनिया के इतिहास का सबसे काला दिन और अमेरिका में अबतक के इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला 11 सितंबर को हुआ था. वाकई वो दिन हर किसी की रूह को गोलियों से छलनी करने वाला था. उस वक्त आतंकवादियों ने अमेरिका में विमान को हाईजैक किया और फिर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की दो बिल्डिंग्स वर्जीनिया स्थित पेंटागन और पेन्सिलवेनिया पर टेरर अटैक कर दिया था. इस हमले में बेरहम आतंकियों ने करीब 3 हजार बेगुनाहों को मार डाला.
इसे अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जाता है. इस हमले में अल कायदा के मुखिया उस आतंकी ओसामा बिन लादेन का हाथ था, जिसे जहन्नुम में भेजने के लिए अमेरिका ने बहुत बड़ा ऑपरेशन चलाया था. दरअसल हमले के बाद ओसामा पाकिस्तान में जाकर छिप गया था. ओसामा का पाकिस्तान कनेक्शन किसी से नहीं छिपा है. लेकिन पाकिस्तान ये कहता रहा है कि ओसामा को उसमे पनाह नहीं दी है.
लेकिन उसकी झूठ की कलई कैसे खुल गई आपको समझना चाहिए. अमेरिकी सील कमांडो ने पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को अल्लाह के पास भेज दिया. ऐसे में लादेन के खात्मे के साथ ही पाकिस्तान का आतंकवाद चरित्र भी जगजाहिर हो गया.
भारत और पाकिस्तान में यही फर्क है कि दुनिया के हर कोने में पाकिस्तानी आतंक फैलाने का काम करते हैं. पाकिस्तान से आतंकवादी और आतंकी चरित्र का ही जन्म होता है. दुनियाभर में भारतीयों ने ना सिर्फ अपने होनाहारी का परिचय दिया है, बल्कि भारत के मान और सम्मान को भी चार चांद लगाया है. ऐसे कई उदाहरण हैं, जिसमें भारतीयों ने दुनियाभर को हमारे देश का लोहा मानने पर मजबूर किया है. पाक की तरह आतंक चरित्र से नहीं बल्कि अपने मेहनत और ज्ञान के बूते..
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अब जब अमेरिका में हालात इतने बेकाबू हैं कि 10 हज़ार से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. और एक प्रदर्शनकारी की पुलिस की रबर बुलेट लगने से मौत तक हो गई है. वहीं दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी हमले किए. न्यूयॉर्क में कर्फ्यू के दौरान एक पुलिस अधिकारी को चाकू मार दिया गया था और कम से कम दो लोगों को ब्रुकलिन में गोली मार दी गई. कुल मिलाकर हालात बेहद तनावपूर्ण हैं. .और ट्रंप पूरी तरह लाचार हैं. तो, इसके पीछे पाकिस्तानी साजिश की बू छिपाये नहीं छिप रही है.
पाकिस्तान का असल चरित्र है आतंकवाद
पाकिस्तान चाहें जितनी भी हाय-तौबा कर ले, लेकिन सारी दुनिया उसकी करनी से वाकिफ है. जहां हिन्दु्स्तान के लोग दुनियाभर में शीर्ष स्थानों पर बैठकर देश की मर्यादा बढ़ा रहे हैं. तो वहीं, पाकिस्तान सिर्फ आतंकवाद, दंगा और दहशतगर्दी फैलाने की साजिश रचने में लीन रहता है.
दुनियाभर में अपने आतंकी चरित्र के लिए मशहूर पाकिस्तान के तार कहीं न कहीं हर आतंकी हमले और देश को जलाने वाली साजिश से जुड़े ही होते हैं. आतंक का पनाहगार मुल्क ना सिर्फ पाकिस्तान में आतंकियों को शरण देता है बल्कि दुनियाभर में आतंक की ज्वाला भड़का कर दहशतगर्दी फैलाने की साजिश भी रचता है. बात-बात में कश्मीर की दुहाई देकर भारत को घेरने की कोशिश करता है.
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