नई दिल्लीः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को स्वीकार किया कि उनका देश अब भी गुलाम है. उन्होंने यह भी सवाल किया कि देश गुलाम है तो आजादी कैसे मिल गई? मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए ये जानकारी सामने आई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पाक की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है गहरा प्रभाव
दरअसल, पाकिस्तानी पीएम ने सवाल किया कि जब देश अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की ओर से आर्थिक रूप से गुलाम है, तो देश को कैसे आजादी मिली है. जियो न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान के राजनीतिक संकट, विदेशी भंडार में कमी, आईएमएफ के ऋण वितरण में देरी और रुपये के अवमूल्यन का उसकी अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा है.


पेशावर में बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा, "हमने आजादी के बाद से पिछले 75 वर्षों में क्या किया है, जब हम आईएमएफ की ओर से आर्थिक रूप से गुलाम हैं."


देश को हर संकट से निकालेंगे बाहरः शरीफ
प्रधानमंत्री ने कहा कि गठबंधन सरकार ऐसे फैसले लेगी, जो देश को हर संकट से बाहर निकालेंगे, क्योंकि देश कई मोर्चों पर कठिन कार्यों का सामना कर रहा है. अप्रैल में सत्ता संभालने के बाद ईंधन और बिजली सब्सिडी को प्रभावी ढंग से समाप्त कर दिया और कर आधार को व्यापक बनाने के लिए नए उपाय पेश किए.


नई सरकार ने सब्सिडी में की है कटौती
नई सरकार ने वैश्विक वित्तीय संस्थानों की मांगों को पूरा करने के लिए सब्सिडी में कटौती की है, लेकिन पहले से ही दोहरे अंकों की मुद्रास्फीति के भार के तहत संघर्ष कर रहे मतदाताओं के क्रोध का जोखिम उठाया है.


स्टाफ-स्तरीय समझौते और कड़े फैसलों के बाद, पाकिस्तान के लिए आईएमएफ के रेजिडेंट प्रतिनिधि, एस्तेर पेरेज रुइज ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि देश ने अंतिम पूर्व शर्त पूरी कर ली है.


यह भी पढ़िएः अमेरिका ने अल जवाहिरी पर कैसे किया ड्रोन हमला, क्या थी पाकिस्तान की भूमिका, विशेषज्ञों ने उठाए सवाल


 



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.