नई दिल्लीः स्वीडन में कुरान की प्रति जलाने की साजिश रचने से नाराज प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को तड़के बगदाद में स्वीडिश दूतावास पर धावा बोल दिया और परिसर में घुसकर आगजनी की, जिससे राजनयिक विवाद पैदा हो गया है. स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में शरण मांगने वाले एक इराकी व्यक्ति ने इजराइली दूतावास के बाहर कुरान और यहूदी पवित्र पुस्तक टोरा की एक प्रति जलाने की साजिश रची थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मौलवी के झंडे के साथ दिखे प्रदर्शनकारी
वायरल ऑनलाइन वीडियो में प्रदर्शनकारी दूतावास पर प्रभावशाली इराकी शिया मौलवी और राजनेता मुक्तदा अल-सद्र की तस्वीरों वाले झंडे और निशान लहराते हुए दिख रहे हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि उस समय परिसर के अंदर कोई कर्मचारी था या नहीं. घटना के बाद स्वीडन के दूतावास ने घोषणा की कि दूतावास आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया है. दूतावास ने यह नहीं बताया कि इसे कब खोला जाएगा. 


पीएम ने की बैठक
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सूडानी ने सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की और इसके बाद जारी एक बयान में कहा कि इराकी अधिकारी आगजनी के लिए जिम्मेदार एवं जांच में ‘‘लापरवाह सुरक्षा अधिकारियों’’ के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. हालांकि बयान में यह भी कहा गया कि इराकी सरकार ने स्वीडन के अपने समकक्ष को बुधवार को सूचित किया कि अगर कुरान जलाने की घटना को अंजाम दिया गया तो इराक, स्वीडन के साथ अपने राजनयिक संबंध खत्म कर लेगा. 


वीडियो में दर्जनों लोग परिसर में बाड़ पर चढ़ते हुए दिख रहे हैं और उनकी आवाजें सुनाई दे रही हैं तथा वे सामने के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. एक अन्य वीडियो में प्रदर्शनकारी हल्की आगजनी करते नजर आ रहे हैं. दूसरे फुटेज में कुछ लोग गर्मी में बिना कमीज पहने बैठे नजर आ रहे हैं और अलार्म की आवाज सुनाई देती है. ऐसा लगता है कि ये लोग दूतावास में एक कमरे में बैठे हैं. बाद में अन्य लोगों ने दूतावास के बाहर सुबह की नमाज भी पढ़ी. सुबह होते ही पुलिस एवं अन्य सुरक्षा अधिकारी दूतावास पहुंचे, जहां हल्का धुंआ उठ रहा था. 


जानिए विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
इराक के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर हमले की निंदा की है. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘इराक की सरकार ने सक्षम सुरक्षा अधिकारियों को तत्काल जांच करने और घटना की परिस्थितियों को उजागर करने तथा इस कृत्य के अपराधियों की पहचान कर उन्हें कानून के अनुसार, जवाबदेह ठहराने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय करने का निर्देश दिया है.’’ 


इराकी पुलिस और सरकारी मीडिया ने तुरंत हमले की बात स्वीकार नहीं की. स्टॉकहोम पुलिस के प्रवक्ता मैट्स एरिक्सन ने पुष्टि की कि पुलिस ने प्रदर्शन की अनुमति दी थी जिसमें दो लोग बृहस्पतिवार को स्टॉकहोम में इराकी दूतावास के बाहर प्रदर्शन करने वाले थे. पुलिस ने कहा कि वे यह नहीं बता सकते कि इन लोगों की कुरान को जलाने की योजना थी या नहीं. स्टॉकहोम में सार्वजनिक प्रदर्शन करने का अधिकार है और इसे संविधान का संरक्षण प्राप्त है.


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.