नई दिल्लीः वैगनर ग्रुप की निजी सैन्य कंपनी (पीएमसी) अपने 'फील्ड कैंप' में लौट रही है. एक मीडिया रिपोर्ट में पीएमसी के नेता येवगेनी प्रिगोझिन के हवाले से यह कहा गया है. आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, पीएमसी की इकाइयों ने रूस में विद्रोह कर दिया था. दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में कई सैन्य और प्रशासनिक प्रतिष्ठानों पर नियंत्रण कर लिया था. साथ ही इसके लड़ाके मॉस्को की ओर आगे बढ़ रहे थे. लेकिन अब पीएमसी ने विद्रोह से हाथ पीछे खींच लिए हैं.


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शिविरों में लौट जाएंगे वैगनर के लड़ाके
प्रिगोझिन ने कहा कि विद्रोह बड़े रक्तपात के कगार पर पहुंच गया था. उन्होंने बताया कि वैगनर के आगे बढ़ने वाली लड़ाके अपने शिविरों में लौट आएंगे. उन्होंने रूसी मीडिया आउटलेट के हवाले से कहा, वे पीएमसी वैगनर को भंग करना चाहते थे. 23 जून को हम एक दिन में न्याय मार्च पर निकले. हम मॉस्को से सिर्फ 200 किमी दूर आगे बढ़े और इस दौरान हमने अपने सेनानियों के खून की एक भी बूंद नहीं बहाई.


हालांकि विद्रोह के दौरान निजी सैन्य संगठन ने कथित तौर पर कई विमानों को मार गिराया और रूसी सेनाओं के साथ बार-बार झड़प की.


बेलारूसी राष्ट्रपति ने कराया समझौता
मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट के अनुसार, बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने शनिवार को ऐलान किया था कि उन्होंने एक समझौते की व्यवस्था की है, जिसके तहत वैगनर समूह के नेता येवगेनी प्रिगोझिन अपने लड़ाकों के लिए सुरक्षा गारंटी के बदले में अपना विद्रोह छोड़ देंगे.


लुकाशेंको के प्रस्ताव पर माने प्रिगोझिन
लुकाशेंको के कार्यालय से एक बयान में कहा गया, येवगेनी प्रिगोझिन ने रूस में वैगनर के सशस्त्र लोगों की आवाजाही को रोकने और तनाव कम करने के लिए और कदम उठाने के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. बयान के अनुसार, लुकाशेंको और प्रिगोझिन ने पूरे दिन बातचीत की और रूस के क्षेत्र में रक्तपात शुरू करने की अस्वीकार्यता पर एक समझौते पर पहुंचे.


आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, लुकाशेंको के कार्यालय ने कहा कि वार्ता रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समन्वय में आयोजित की गई थी, जिसमें कहा गया था कि प्रिगोझिन को वैगनर पीएमसी सेनानियों के लिए सुरक्षा गारंटी के साथ स्थिति को हल करने का एक लाभप्रद और स्वीकार्य विकल्प की पेशकश की गई थी.


मॉस्को के करीब आ रही थी वैगनर
यह खबर तब आई, जब निजी सैन्य संगठन के सदस्यों के दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन से गुजरने के कई घंटों बाद वैगनर का काफिला मास्को के करीब आ गया. शुक्रवार को जारी वीडियो बयानों की एक सीरीज में प्रिगोझिन ने ऐलान किया कि वह रूसी सैन्य अधिकारियों का सामना करने के लिए मास्को में आगे बढ़ रहे थे जिन्हें वह भ्रष्ट मानते थे.


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