मॉस्को: रूसी रॉकेट का शुक्रवार को सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया जिसमें तीन अंतरिक्ष यात्री सवार हैं, जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) जाएंगे, रूसी अंतरिक्ष निगम रोसकॉसमोस के अंतरिक्ष यात्री ओलेग अर्तेम्येव, डेनिस मैतवेयेव और सर्गेई कोरसाकोव सोयुज एमएस-21 अंतरिक्ष यान से शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार शाम आठ बजकर 55 मिनट पर कजाकिस्तान के बैकोनेर प्रक्षेपण केंद्र से रवाना हुए और सुरक्षित तरीके से निर्धारित कक्षा में पहुंच गए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यान के शुक्रवार देर रात अंतरिक्ष केंद्र पहुंचने की संभावना है, यूक्रेन के खिलाफ 24 फरवरी को शुरू की गई सैन्य कार्रवाई के बाद पहली बार रूस ने अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया है.


रूस ने दी थी ISS गिराने की धमकी
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख ने करीब एक हफ्ते पहले चेतावनी दी थी कि रूस के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के क्रैश होने का कारण बन सकते हैं. दिमित्री रोगोज़िन के अनुसार प्रतिबंध, जिनमें से कुछ यूक्रेन हमले से पहले के हैं, आईएसएस के लिए काम करने वाले रूसी स्पेसक्राफ्ट के संचालन को बाधित कर सकते हैं. लिहाजा स्टेशन का रूसी हिस्सा, जो इसको ऑर्बिट में बनाए रखने में मदद करता है, प्रभावित हो सकता है. 

ये भी पढ़िए- दुनिया में भूखे लोगों की संख्या में तेजी से हो रहा इजाफा, इस संगठन ने दी ये चेतावनी

भारत पर स्टेशन गिरने की बात कही थी


डिमित्री रोगोजिन ने कई ट्वीट करके अमेरिका से कहा कि यदि आप स्पेस स्टेशन पर हमारा सहयोग बंद करेंगे तो फिर स्पेस स्टेशन को अनियंत्रित होने और अमेरिका या यूरोप पर कहीं गिरने से कौन बचाएगा. ये भी खतरा है कि ये 500 टन वजन का यह ढांचा एशियाई देश भारत या चीन पर गिर जाए. 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.