नई दिल्ली: आतंकवाद पर अंतिम प्रहार का वक्त आ चुका है, इस बीच सवाल ये है कि आखिर पाकिस्तान क्यों बौखलाया है? बार बार आतंकी साजिश, सीमा पर सीजफायर का उल्लघंन और तो और SCO की बैठक में गलत नक्शा पेश करना. इन सबकी सिर्फ दो मुख्य वजह है. पहला श्रीराम मंदिर का निर्माण और दूसरा घाटी से आतंक का सफाया.


मसूद अजहर के आतंकी कुनबे का विनाश


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अयोध्या में आतंकी हमले को लेकर हमने आपको मसूद अजहर का खौफनाक प्लान बताया और उसकी दहशत फैलाने वाली सोच भी समझाई, लेकिन अब हम आपको मसूद अजहर के आतंकी कुनबे के बारे में बताते हैं, जिसका विनाश करना अब बेहद जरूरी हो गया है.


- इस कुनबे में सबसे पहला नाम मसूद अजहर के भाई मुफ़्ती अब्दुल, रऊफ़ असगर का आता है. जैश के मोहम्मद के सारे आतंकवादी हमले इसी की देखरेख में होते हैं.


- फिर अम्मार अलवी और तल्हा सैफ़ हैं. ये दोनों मसूद अज़हर के भाई हैं. अम्मार अलवी कश्मीर के अलावा अफगानिस्तान में भी आतंकवादियों को ट्रेनिंग देता है, जबकि तल्हा सैफ़, जैश ए मोहम्मद के प्रोपेगेंडा को भारत समेत पूरी दुनिया में फैलाने का काम करता है.


- आतंक के इस कुनबे में इब्राहिम अजहर भी शामिल है. जो कि मसूद अज़हर का बड़ा भाई है. इब्राहिम अज़हर Indian Airlines के विमान IC 814 की हाईजैकिंग में भी शामिल था.


- मुफ़्ती असगर खान कश्मीरी-  PoK में मुज़फ़्फ़राबाद का रहने वाला है और जैश ए मोहम्मद ने कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की सारी ज़िम्मेदारी इसी को दी हुई है.


- मसूद अजहर के बड़े भाई इब्राहिम अज़हर का एक बेटा भी था जिसका नाम उस्मान हैदर है. उस्मान हैदर को भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने अक्टूबर 2018 में कश्मीर में मार डाला था.


- इसके अलावा तल्हा रशीद को भी वर्ष 2017 में सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीर में एक एनकाउंटर के दौरान मार डाला था. तल्हा रशीद मसूद अज़हर के रिश्तेदार अब्दुल रशीद का बेटा था.


आतंकी मसूद अजहर का पूरा परिवार कोरोना काल में भी किस तरह अपने खौफनाक इरादों को पूरा करने में जुटा है. ये भी आपको जानना चाहिए.


मसूद अजहर के कुनबे का कोरोना प्लान


संक्रमण काल में दुनिया की सबसे बड़ी चिंता कोरोना वायरस को हराने को लेकर है. दुनिया के ज्यादातर देश वैक्सीन ढूंढ रहे हैं. लेकिन पाकिस्तान की सरकार और वहीं छिपे आतंकी लोगों को भड़काने में जुटे हैं. कोरोना वायरस को लेकर भी पाकिस्तान के आतंकी अफवाह फैलाने से बाज नहीं आए.



मसूद अजहर ने कहा कि कोरोना वायरस से जो मुसलमान मरेंगे वो शहीद कहलाएंगे. मसूद अजहर ने कोरोना वायरस पर अपने सुझाव सोशल मीडिया पर शेयर किये हैं. मसूद अज़हर के मुताबिक कोरोना वायरस का संक्रमण छूने से नहीं होता है. ये हवा और शैतानी ताकतों से फैलता है. मसूद अज़हर के मुताबिक कोरोना वायरस वास्तव में अल्लाह का बदला है. उसका कहना है कि जो लोग इस्लामी तौर-तरीके अपना लेंगे, उन्हें कोरोना वायरस नहीं होगा.


इतना ही नहीं जब 1 अप्रैल 2020 से पाकिस्तान में लॉकडाउन लगा दिया गया, तब भी ये साजिशें बंद नहीं हुई. लॉकडाउन शुरू होने के बाद आतंकी संगठन जैश ने अपनी एक पत्रिका प्रकाशित की, जिसका नाम है 'मुस्लिम बच्चे', इसमें जैश के एक आतंकवादी मोहम्मद फैसल अली ने भारतीय सेना के एक अफसर को मारने के ऑपरेशन के बारे में बताया था. 26 मई 2020 को ये पत्रिका ऑनलाइन शेयर की गई.


यानी लॉकडाउन के वक्त भी पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए ऑनलाइन डिजिटल वर्कशॉप चल रही थी. जिसकी मदद से पूरी दुनिया में बैठे आतंकवादी एक प्लेटफॉर्म जुड़ सकते थे. और अपनी आतंकी साजिशों का प्लान बना सकते थे.


आखिर क्यों बौखलाया है पाकिस्तान?


अब हम बताते हैं कि पाकिस्तान क्यों बौखलाया हुआ है. दरअसल, कश्मीर में सेना के ऑपरेशन ऑलआउट से आतंकवाद की कमर टूट गई है. आतंकवादी हताश हैं. दूसरी तरफ अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से पाकिस्तान को झटका लगा है. भारत में जयश्री राम की गूंज से पाकिस्तान डर गया है. पाकिस्तान नहीं चाहता है कि अयोध्या में भव्य और विराट राम मंदिर बने. इसलिए वो मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों के सहारे साजिश रच रहा है.


यहां आपका ये भी जानना जरूरी है कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन कैसे अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण से बुरी तरह जल रहे हैं. खबर ये भी है कि इमरान ख़ान के आतंकवादी बम अयोध्या में फटने की साज़िश रच रहे हैं. हम आपको बता दें कि मोस्ट वाॉन्टेड आतंकवादी मसूद अजहर राम मंदिर पर बाबर वाली साज़िश रच रहा है. 


यानी इमरान ख़ान के आतंकवादी आतंक के सहारे भारत में भी राम मंदिर मंदिर निर्माण को रोकना चाहते हैं. वो शायद ये भूल गए हैं कि "होई वही जो राम रची राखा"


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