यूएन: यूक्रेन में रेप की 124 शिकायतें मिलीं, महिलाओं के जबरन कपड़े उतरवा रहे रूसी सैनिक
यूएन: मानवाधिकार कार्यालय को तीन जून तक संघर्ष से संबंधित यौन हिंसा की 124 शिकायतें मिलीं हैं. बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, बलात्कार के बाद गर्भधारण, बलात्कार का प्रयास, बलात्कार की धमकी जैसे केस सामने आए हैं.
संयुक्त राष्ट्र: संघर्ष के दौरान यौन हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत प्रमिला पैटन ने रूस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रमिला पैटन ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन में यौन हिंसा, खासकर महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हुई ऐसी घटनाओं की सही तरीके से जानकारी नहीं दी गई.
पैटन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि संघर्ष के दौरान बलात्कार व अन्य यौन हमलों को रोकने के उसके प्रस्तावों और सबसे संवदेनशील महिलाओं तथा बच्चों की जमीनी स्थिति के बीच काफी अंतर है.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय को तीन जून तक संघर्ष से संबंधित यौन हिंसा की 124 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 97 मामलों में पीड़ित महिलाएं तथा लड़कियां, 19 मामलों में पुरुष और सात मामलों में लड़के थे, जबकि एक मामले में पीड़ित के बारे में जानकारी नहीं हासिल हो पाई है. मामलों की पुष्टि करने का काम जारी है.
महिलाओं के खिलाफ कई गंभीर अपराध
पैटन ने कहा कि यूक्रेन के अभियोजक जनरल ने मई में एक यात्रा के दौरान उन्हें सूचित किया था कि एक राष्ट्रीय हॉटलाइन ने 24 फरवरी (जब रूसी सैनिकों ने देश पर आक्रमण किया) से 12 अप्रैल के बीच संघर्ष से संबंधित यौन हिंसा के दर्जनों ऐसे मामलों की जानकारी दी है.
इनमें ‘‘बलात्कार, सामूहिक बलात्कार, बलात्कार के बाद गर्भधारण, बलात्कार का प्रयास, बलात्कार की धमकी, पीड़िता के साथी या बच्चों को उसके खिलाफ यौन हिंसा के कृत्य को देखने के लिए मजबूर करना और जबरन कपड़े उतारना शामिल है.’’
उन्होंने कहा कि संघर्षों का इतिहास दिखाता है कि ‘‘यौन हिंसा की जानकारी व्यापक रूप से कम दी जाती है.’’
रूसी राजदूत ने खारिज किए सभी आरोप
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने रूसी सैनिकों पर लगे यौन हिंसा के सभी आरोपों को ‘‘झूठा’’ करार देते हुए इन्हें खारिज कर दिया. उन्होंने इन आरोपी की निंदा भी की. नबेंजिया ने कहा कि रूसी सैनिक नागरिकों के खिलाफ अत्याचार और हिंसा को प्रतिबंधित करने वाले सख्त नियमों के तहत काम करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यह नियम यूक्रेन की ‘राष्ट्रवादी बटालियन’ पर लागू नहीं होता.
नेबेंजिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जल्द ही ‘इन आरोपों की पूरी सच्चाई के बारे में पता चलेगा, जिसमें वे यौन अपराध शामिल हैं, जो यूक्रेनी राष्ट्रवादी इकाइयों और यूक्रेनी सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हैं.’ वहीं, यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लिट्स्या ने कहा कि उनके देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियां, मीडिया और गैर-सरकारी समूह ‘रूसी सैनिकों द्वारा किए गए यौन हिंसा के कई मामलों की खबर देना जारी रखेंगे.’
किस्लिट्स्या ने कहा कि गृह मंत्रालय के अनुसार, ‘‘रूस के लोगों ने नाबालिग लड़कियों और बुजुर्ग महिलाओं के साथ भी बलात्कार किया तथा इस दौरान कई लोगों की जान जाने की खबरें भी सामने आई हैं.’’ संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा, ‘‘रूसी बलों द्वारा बड़ी संख्या में नागरिकों पर अत्याचार करने के मामले सामने आए हैं, जिनमें भयावह यौन हिंसा भी शामिल है.’’
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