खाद्य संकट: संयुक्त राष्ट्र में हमलावर हुआ ईयू, बोला-पुतिन ने किया विकासशील देशों पर गुप्त हमला

संयुक्त राष्ट्र में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने सोमवार को रूस को विश्व में बढ़ते खाद्य संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 7, 2022, 11:55 AM IST
  • दावा, दुनिया में खाद्य संकट बढ़ रहा है
  • रूस यूक्रेन युद्ध से लोग गरीब हो रहे हैं
खाद्य संकट: संयुक्त राष्ट्र में हमलावर हुआ ईयू, बोला-पुतिन ने किया विकासशील देशों पर गुप्त हमला

संयुक्त राष्ट्र: खाद्य संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रूस पर हमला बोला है. उन्होंने सोमवार को रूस को विश्व में बढ़ते खाद्य संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया और रूस पर खाद्य आपूर्ति का इस्तेमाल ‘‘विकासशील देशों के खिलाफ एक गुप्त मिसाइल’’ के तौर पर करने का आरोप भी लगाया. इसके बाद रूस के राजदूत ने सुरक्षा परिषद की बैठक से बर्हिगमन किया.

क्या बोला गया ईयू की ओर से
मिशेल ने सुरक्षा परिषद की एक बैठक में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया से कहा कि उन्होंने कुछ सप्ताह पहले यूक्रेनी बंदरगाह ओडेसा पर कंटेनर और पोत में रखा लाखों टन अनाज फंसा देखा था. मिशेल ने कहा कि इसका कारण ‘काले सागर में रूसी युद्धपोतों की मौजूदगी’, खाद्यान्न भंडारण केंद्रों एवं ढुलाई ढांचे पर रूस के हमले और यूक्रेन में खेती-किसानी को बाधित कर रहे रूसी टैंक, बम और सुरंगें हैं.

रूस पर खाद्यान चुराने का आरोप
उन्होंने दावा किया कि इससे खाद्य संकट बढ़ रहा है, लोग गरीब हो रहे हैं और पूरा क्षेत्र अस्थिर हो रहा है. मिशेल ने जोर देकर कहा कि इस बढ़ते खाद्य संकट के लिए केवल रूस जिम्मेदार है. उन्होंने रूस पर यूक्रेन के उन इलाकों से खाद्यान्न चुराने का आरोप भी लगाया, जिन पर उसने कब्जा कर लिया है. मिशेल जब परिषद में अपनी बात रख रहे थे, तभी नेबेंजिया बाहर चले गए.

संयुक्त राष्ट्र में रूस के उपराजदूत दमित्रि पोलिंस्की ने बाद में टेलीग्राम के रूसी मंच पर पोस्ट किया कि मिशेल की टिप्पणियां ‘इतनी अशिष्ट’ थीं कि रूसी राजदूत सुरक्षा परिषद के कक्ष से बाहर चले गए. सुरक्षा परिषद की बैठक में यूक्रेन में युद्ध के दौरान यौन हिंसा के आरोपों पर ध्यान केंद्रित किया जाना था, लेकिन रूस के हमले और खासकर वैश्विक खाद्य संकट एवं बढ़ती महंगाई पर इस हमले के परिणामों का मामला भी बैठक में उठाया गया.

मिशेल ने एक पैकेज समझौते को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रयासों की मजबूत पैरवी की, जो यूक्रेन से अनाज निर्यात की अनुमति देगा और यह सुनिश्चित करेगा कि रूसी खाद्य एवं उर्वरक की वैश्विक बाजारों तक निर्बाध पहुंच हो.

यूक्रेन ने समाधान खोजने की अपील की
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेइ किस्लित्स्या ने सुरक्षा परिषद से कहा कि उनका देश वैश्विक खाद्य संकट से निपटने का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रमुख दक्षिणी बंदरगाह ओडेसा से निर्यात दोबारा शुरू करने के लिए ‘जरूरी कदम’ उठाने को तैयार है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन सवाल उठता है कि यह कैसे सुनिश्चित किया जाए कि रूस शहर पर हमला करने के लिए व्यापार मार्ग का दुरुपयोग न कर पाए.’’

उन्होंने कहा कि यह सवाल इसलिए भी और अधिक प्रासंगिक हो गया है, क्योंकि चार रूसी मिसाइलों ने रविवार को राजधानी कीव में एक संयंत्र को निशाना बनाया, जहां यूक्रेनी बंदरगाहों पर अनाज ले जाने वाली मालवाहक कारों की मरम्मत की जा रही थी.

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