नई दिल्लीः अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश पर भारत का साथ देते हुए चीन को दोटूक शब्दों में कहा है कि वह अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग मानता है. साथ ही राज्य को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है. अमेरिका ने चीन से साफ-साफ कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के आसपास चीन के दावों के किसी भी प्रास का वह पुरजोर विरोध करता है.


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चीन के अतिक्रमण का विरोध करेगा अमेरिका


अमेरिका ने कहा कि वह एलएसी पर चीन के किसी भी अतिक्रमण का विरोध करेगा. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत के अभिन्न हिस्से के तौर पर मान्यता देता है. वह एलएसी पर किसी भी तरह के एकतरफा दावों या अतिक्रमण का पूरी तरह विरोध करेगा.


बीते दिनों पीएम मोदी ने किया था अरुणाचल का दौरा


दरअसल पिछले दिनों पीएम मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था. वहां उन्होंने तवांग से हर मौसम में जोड़ने वाली सेला टनल का भी उद्घाटन किया था. इस सुरंग को रणनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है. इससे सीमाई इलाकों में सैनिकों की बेहतर आवाजाही हो सकेगी.


अरुणाचल प्रदेश को लेकर मनगढ़ंत दावे करता है चीन


पीएम मोदी के दौरे के बाद चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपना खोखला दावा जताया था. चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि जिजांग (चीन की ओर से तिब्बत को दिया गया नाम) का दक्षिणी हिस्सा चीनी भूभाग का हिस्सा है. अरुणाचल प्रदेश तोको चीन दक्षिण तिब्बत का हिस्सा कहता है और भारतीय नेताओं के दौरे का विरोध करता है. 


भारत ने चीन के दावों की निकाली थी हेकड़ी


इसके बाद भारत ने चीन के मनगढ़ंत दावों पर प्रतिक्रिया दी थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के हालिया बयानों पर संज्ञान लेते हुए उसके दावों को बेतुका बताया था. भारत ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा.


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