परमाणु युद्ध से बचना चाहते हैं तो अर्जेंटीना भाग जाएं, वैज्ञानिकों ने बताया 100 एटम बम गिरे तो क्या होगा

Surviving a Nuclear War : नेचर फूड में प्रकाशित और कंप्यूटर सिमुलेशन पर आधारित अध्ययन में दावा. वैज्ञानिक ऑस्ट्रेलिया को भी सुरक्षित मानते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनिया के दूसरी तरफ भागना रूस और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध से बचने का सबसे अच्छा मौका है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 16, 2022, 12:23 PM IST
  • अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया में जिंदा रहने की उम्मीद ज्यादा
  • ऐसे किसी युद्ध से पांच अरब लोग भूख से मर जाएंगे
परमाणु युद्ध से बचना चाहते हैं तो अर्जेंटीना भाग जाएं, वैज्ञानिकों ने बताया 100 एटम बम गिरे तो क्या होगा

लंदन: Surviving a Nuclear War : वैज्ञानिकों ने प्रलय की उस स्थिति की गणना की है जब दुनिया का दो महाशक्तियों अमेरिका और रूस में परमाणु युद्ध हो जाए. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस स्थिति में लोगों को अर्जेंटीना भाग जाना चाहिए. वैज्ञानिकों ने इस दक्षिण अमेरिकी देश को परमाणु हमले से बचने के लिए सबसे सुरक्षित जगह माना है. वहीं वैज्ञानिक ऑस्ट्रेलिया को भी सुरक्षित मानते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनिया के दूसरी तरफ भागना रूस और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध से बचने का सबसे अच्छा मौका है.

क्यों ये देश हैं सुरक्षित
डेली मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों का कहना है कि अमेरिका और रूस परमाणु हमले के बाद अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया में अगले एक दशक तक जिंदा रहने की अच्छी उम्मीदें हैं इसलिए ये देश ज्यादा सुरक्षित हैं.

नेचर फूड में प्रकाशित शोध
नेचर फूड में प्रकाशित और कंप्यूटर सिमुलेशन पर आधारित अध्ययन से पता चला है कि 100 परमाणु बमों से जुड़े पूर्ण पैमाने पर संघर्ष के बाद दुनिया भर में पांच अरब से अधिक लोग भूख से मर जाएंगे.  वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि आप ब्रिटेन में रहते हैं तो भूख से मरने की संभावना 90 प्रतिशत होगी. 

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कैसे होगी तबाही

आग्नेयास्त्रों द्वारा फेंकी गई कालिख के साथ सूरज को अवरुद्ध कर दिया जाएगा और यह फसल की विफलता का कारण बन जाएगा. न्यू जर्सी के रटगर्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एलन रोबॉक ने समझाया कि ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना को इसका फायदा इसलिए हुआ क्योंकि वे पहले से ही अधिक प्रतिरोधी फसलें उगाते हैं, जैसे कि गेहूं, बड़ी मात्रा में. शोधकर्ताओं ने पशुधन चरागाह और समुद्री मत्स्य पालन पर भी ध्यान दिया. इसलिए वैज्ञानिक हर हाल में ऐसे युद्ध को टालने की चेतावनी देते हैं. इस साल की शुरुआत में, अमेरिका स्थित एक अन्य शोध दल ने पाया कि परमाणु युद्ध एक "लिटिल आइस एज" को ट्रिगर कर सकता है जो हजारों वर्षों तक चलेगा.

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