Rajasthan election 2023:क्या महाराणा प्रताप के वंशज बदलेंगे राजस्थान की सियासत
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Rajasthan election 2023:क्या महाराणा प्रताप के वंशज बदलेंगे राजस्थान की सियासत

Rajasthan election :  मंगलवार को विश्वराज सिंह मेवाड़ बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए हैं साथ ही भवानी सिंह कालवी भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. राजसमंद से सासंद दीया कुमारी की कोशिश के चलते विश्वराज सिंह मेवाड़ बीजेपी में शामिल हुए .

 Rajasthan election 2023:क्या महाराणा प्रताप के वंशज बदलेंगे राजस्थान की सियासत

Rajasthan election : राजस्थान विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. सभी पार्टीयां अपनी- अपनी तैयारियों में लग चुकी है.इसके साथ ही दल बदल का दौर भी देखने को मिल रहा है .चुनाव में बढ़त बनाने के लिए भाजपा लगातार प्रदेश के प्रभावी लोगों को पार्टी में शामिल कर रही है.

इसी बीच  मंगलवार को विश्वराज सिंह मेवाड़ बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए हैं साथ ही भवानी सिंह कालवी भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. नेताओं के पार्टी में शामिल होने के बाद राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष  ने कहा "जिनकी आज पार्टी में सदस्यता हुई है वह वीर महाराणा प्रताप के वंशज विश्व राज सिंह हैं, और दूसरे भवानी सिंह कालवी जिनके पिता करणी सेना के अध्यक्ष रहे हैं.

दीया कुमारी की कोशिश के चलते शामिल
राजसमंद से सासंद दीया कुमारी की कोशिश के चलते विश्वराज सिंह मेवाड़ बीजेपी में शामिल हुए . पहले दीया कुमारी को नाथद्धारा सीट से चुनाव लड़वाने की अटकलें थी. लेकिन दीया कुमारी को जयपुर के विद्याधर नगर से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अब विश्वराज मेवाड़ को नाथद्धारा से टिकट देने की संभावनाएं हैं.

परिवार में चलती है कानूनी जंग 

 विश्वराज सिंह मेवाड़ के भाई लक्ष्यराज मेवाड़ के बीच उतराधिकार और संपत्ति को लेकर कानूनी जंग के बरसों से चलती रही है.विश्वराज सिंह मेवाड़  महेंद्र सिंह मेवाड़ के बेटे हैं और लक्ष्यराज मेवाड़ महेंद्र सिंह मेवाड़ के भतीजे  है .महेंद्र सिंह मेवाड़ 1989 में बीजेपी से चितौड़गढ से सासंद रह चुके हैं.

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विश्व राज सिंह ने कहा- मेरे पूर्वजों ने हमेशा  समाज की भलाई के लिए सोचा है और इसी सोच के साथ आज मैं बीजेपी से जुड़ा हुं. इन दोनों नेताओं के शामिल होने से चुनाव में बड़ा असर देखने को मिल सकता है.  

करणी सेना कर चुकी भाजपा की विरोध
2018 के विधानसभा चुनाव में करणी सेना ने ही वसुंधरा राजे के खिलाफ ‘कमल का फूल हमारी भूल’ और ‘मोदी तुझसे बैर नहीं, वसुंधरा राजे तेरी खैर नहीं’ जैसे नारे दिए थे. लेकिन भवानी सिंह के साथ आने के बाद भाजपा को मजबूती मिलेगी.