Chandigarh News: पंजाब की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली सिंगल मदर नवदीप कौर ने मिसेज इंडिया सुप्रानेशनल का खिताब जीतकर महिलाओं के लिए एक असाधारण उदाहरण पेश किया है. चंडीगढ़ प्रेस क्लब में अपने मेंटर और मिसेज इंडिया सुप्रानेशनल की संस्थापक ज़ोया सिराज शेख के साथ एक प्रेस वार्ता में नवदीप ने अपनी प्रेरणादायक यात्रा साझा की.


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चार साल के बच्चे की सिंगल मदर के रूप में उन्होंने अपनी जीत की कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि सिंगल पेरेंटिंग एक मजबूत बंधन बनाती है. सिंगल पैरेंट अपने बच्चे पर अधिक ध्यान देते हैं ताकि बच्चे को कभी दूसरे पैरेंट की कमी महसूस न हो, जिससे वे अधिक चौकस और समर्पित हो जाते हैं. नवदीप ने कहा,  "शायद इस ध्यान से मैंने प्रतियोगिता के सवालों का सटीक जवाब दिया और खिताब जीतने में कामयाब हुई." "हर महिला के लिए आत्मरक्षा और आत्मनिर्भरता जरूरी है, जो उन्हें चुनौतियों का सामना करने और उन्हें अवसरों में बदलने में मदद करती हैं."


नवदीप का मानना है कि उनकी कठिन जीवन कहानी अन्य सिंगल मदर्स या विधवा महिलाओं के लिए प्रेरणा बन सकती है. मिसेज इंडिया सुप्रानेशनल में पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हुए, उन्होंने अब राष्ट्रीय खिताब जीता है और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी.


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उन्होंने आगे कहा कि "महिलाओं को यह भी सीखना चाहिए कि ''न'' कहना जरूरी है, ताकि वे असुविधाजनक स्थितियों से बच सकें और अनावश्यक परेशानियों से दूर रहें." उनका अंतिम उद्देश्य महिलाओं को यह संदेश देना है कि वे कमजोर नहीं हैं, बल्कि मजबूत हैं। यही कारण है कि भगवान ने मुझे आशीर्वाद दिया है, मेरे कठिन परिश्रम में मेरा साथ दिया है, और मुझे सफल होने में मदद की है.


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