Chamba Manohar Lal Murder Case: राकेश मालही ऊना हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में बीजेपी विधायक सतपाल सत्ती मुंबई से वापस लौटने के बाद मौजूदा कांग्रेस सरकार पर काफी तलख होते हुए दिखाई दिए. ऊना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सतपाल सत्ती ने सुक्खू सरकार को आड़े हाथों लिया. सतपाल सत्ती ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था लड़खड़ा गई है. चंबा के सलूनी में मनोहर की निर्मम हत्या किए जाने को लेकर लोगों द्वारा इसको लेकर आंदोलन किया गया. तब कहीं जाकर सरकार जागी. 


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उन्होंने कहा मनोहर हत्याकांड में लोगों ने एकजुटता का परिचय दिखाते हुए आंदोलन किया, ताकि उन्हें इंसाफ मिले सके, लेकिन प्रदेश सरकार ने आंदोलन करने वालों के खिलाफ ही केस दर्ज कर लिए. इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल जब मनोहर के परिजनों से मिलने गए तो उन्हें परिजनों से मिलने नहीं दिया बीच रास्ते में ही उन्हें रोक दिया गया और धारा 144 का हवाला देकर उन्हें मिलने से मना कर दिया गया जो कि निंदनीय है. 


इसी प्रकार ऊना में भी एक विशेष समुदाय के डॉक्टर द्वारा भगवान शिव पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए हैं और डॉक्टर के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और इस मामले में इंसाफ को लेकर लगातार पार्टी लाइन से ऊपर उठकर लोग अपने समाज इकट्ठे होकर डॉक्टर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.


हिमाचल प्रदेश में इस प्रकार की घटनाओं से कानून व्यवस्था लड़खड़ा गई है. उन्होंने कहा कि पुलिस के सीनियर अधिकारी किसे रिपोर्ट करें क्योंकि हिमाचल के डीजीपी 20 दिन से छुट्टी पर गए हुए हैं और उनकी छुट्टी पर जाने के कारण किसी दूसरे ऑफिसर को भी यह चार्ज नहीं दिया गया है. 


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ऐसे में सतपाल सत्ती ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को खुद संज्ञान लेने की बात कही है और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा है हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऐसा मामला देखने को मिला है की एक विशेष समुदाय के डॉक्टर द्वारा हिंदू देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की गई है. हम सबको अपना समाज प्यारा है और कोई भी धर्म बुरा नहीं है, लेकिन यह किसी को अधिकार नहीं है कि वह किसी दूसरे धर्म के प्रति अभद्र टिप्पणी करें उन्होंने इस मामले में पुलिस को निष्पक्ष जांच किए जाने की बात कही है और जल्द से जल्द इस मामले से पर्दा उठाए जाने की भी बात कही है.